प्रदेश के 13 जनपदों में इस मामले में टिहरी जिले को मिला पहला स्थान…
उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी द्वारा जनपद के दूरस्थ क्षेत्रों तक इन योजनाओं का प्रचार-प्रसार एवं क्रियान्वयन हेतु पर्याप्त मार्गदर्शन प्राप्त हुआ, जिससे जनपद के लोगों को इन योजनाओं का पर्याप्त लाभ प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना, रूटीन टीकाकरण, ग्रामीण क्षेत्रों में निर्मित व्यक्तिगत पारिवारिक शौचालय, अनुसूचित जाति परिवारों को आर्थिक सहायता, आई०सी०डी०एस० परियोजना, सॉलिड एण्ड लिक्विड़ वेस्ट मैनेजमेन्ट, लघु उद्यमों की स्थापना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, शुद्ध जमा धनराशि आदि के तहत जिलाधिकारी द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जाती रही है तथा कार्य प्रगति पर निरन्तरता बनाये रखने के चलते बेहत्तर कार्य किये गये और यह उपलब्धि हांसिल की गई।
उन्होंने कहा कि बीस सूत्री कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद टिहरी ने 29 मदों यथा एन.आर.एल. एम.-नवगठित एवं पुनर्जीवित किये गये स्वयं सहायता समूह, एन.यू.एल.एम. के अन्तर्गत गठित स्वयं सहायता समूह, एन.आर.एल.एम. रिवाल्विंग फण्ड प्राप्त स्वयं-सहायता समूह, एन.आर.एल.एम. सामुदायिक निवेश फण्ड प्राप्त स्वयं सहायता समूह, कुल सी.आई.एफ. में से आय अर्जित करने वाले स्वयं सहायता समूह, एन.आर.एल.एम.-कुल सी.आई.एफ. महिला स्वयं सहायता समूह में से बैंक क्रेडिट लिंक करने वाले समूह, एन.यू.एल.एम. स्वरोजगार से लाभान्वित लाभार्थी, राजकीय सिंचाई, लघु सिंचाई सिंचन क्षमता सृजन, एन.एफ.एस.ए. एन.एफ.एस.ए.ए.ए.वाई. एन.एफ.एस.ए.-प्राथमिक परिवार, एस.एफ.एस.वाई.-टाईड ओवर, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), प्रधानमंत्री आवास योजना (नगरीय), रूटीन टीकाकरण, ग्रामीण क्षेत्रों में निर्मित व्यक्तिगत पारिवारिक शौचालय, अनुसूचित जाति परिवारों को आर्थिक सहायता, आई.सी.डी.एस.परियोजना (संचयी) कियाशील आंगनबाड़ी (संचयी), सॉलिड एण्ड लिक्विड़ वेस्ट मैनेजमेन्ट(शहरी क्षेत्र)-कचडा एकत्रीकरण/निस्तारण करने वाले वार्ड, वन व सार्वजनिक भूमि पर वृक्षारोपण (क्षे०), वन व सार्वजनिक भूमि पर रोपित पौंध (सं०), बायोगैस संयंत्रों की स्थापना, बिजली मांग के सापेक्ष आपूर्ति, लघु उद्यमों की स्थापना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से लाभान्वित लाभार्थी सूची प्रकाशन, शुद्ध जमा धनराशि (राष्ट्रीय बचत) में ‘ए‘ श्रेणी प्राप्त की है। जबकि 02 मदों में ‘बी‘ श्रेणी तथा 01 मद में ‘सी‘ श्रेणी प्राप्त की है।