चमोली: सतत विकास लक्ष्यो के स्थानीकरण पर 3 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ समापन
राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत प्रदेश स्तरीय सतत विकास लक्ष्यो के स्थानीकरण पर 3 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ। विकासखंड घाट की न्याय पंचायत बुरा की सितेल पंचायत भवन में ग्रामीण हिमालयन अध्ययन एवं संरक्षण संस्था की तरफ से प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों को ग्राम पंचायत विकास योजना के बारे में बताया गया। भारत सरकार द्वारा सभी राज्यों को ग्राम विकास पंचायत योजना तैयार कराने से पहले प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके तहत 9 थीम के आधार पर विकास किया जाना है।
जीपीडीपी में नौ अलग अलग थीम है जिसमें गरीबी मुक्त उन्नत आजीविका गाँव, स्वस्थ गाँव, बाल हितैशी गाँव, जल पर्याप्त गाँव, स्वच्छ और हरा भरा गाँव, आत्मनिर्भर और ढाँचागत विकास, सामाजिक रूप से सुरक्षित गाँव, सुशासन युक्त गाँव और महिला हितैषी गाँव शामिल है। गावों का विकास और योजनाएं भविष्य में इन्ही 9 थीम के आधार पर किया जाना है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में मास्टर ट्रैनर अनूप डोभाल ने बताया कि प्रत्येक गाँव में हर साल 2 थीम का चुनाव किया जायेगा। इसके लिए प्रत्येक गाँव में खुली बैठक कर गाँव की विकास संबंधी योजनाओं को ड्राफ्ट तैयार कर पंचायती राज विभाग के पोर्टल पर अपलोड करना होगा। मास्टर ट्रेनर संदीप गुसाईं ने सभी नौ थीमों और सतत विकास लक्ष्यो की जानकारी।मास्टर ट्रेनर अतुल पटवाल ने प्रशिक्षण में पंचायत विकास संकेतक की जानकारी दी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में सुतोल, कनोल, गुलाड़ी, बुरा सहित कई ग्राम पंचायत से प्रधान, वार्ड सदस्य,आशा और आंगनवाड़ी कार्यकत्री शामिल हुई। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने ग्राम विकास से जुड़ी समस्याएं भी रखी।