हंगामा: हिमालयन इंस्टिट्यूट के छात्रों ने की सड़क जाम। क्या कहा छात्रों ने देखें वीडियो..
देहरादून: रूस यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है और उत्तराखंड से कई छात्र ऐसे हैं जो मेडिकल की पढ़ाई करने यूक्रेन जाते हैं। जिसको लेकर आजकल सारे बड़े मंच पर मेडिकल की फीस को लेकर चर्चा हो रही है कि यूक्रेन में फीस सस्ती है। जब वहां फीस कम है तो उत्तराखंड में क्यों नहीं हो सकती है। लेकिन आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं। कि आखिर उत्तराखंड के बच्चे विदेशों में मेडिकल की पढ़ाई करने क्यों जा रहे हैं। ताजा मामला हिमालयन इंस्टिट्यूट जौलीग्रांट का है। जिन्होंने 2017 बैच के छात्र छात्राओं को 23 लाख की बैंक गारंटी मांगी है।
क्या है पूरा मामला।
हिमालयन इंस्टिट्यूट जॉलीग्रांट वालों ने दो हजार सत्रह बैच के मेडिकल छात्र छात्राओं के ऊपर चुनाव से पहले ही एक नोटिस डालकर उन्हें परेशानी में खड़ा कर दिया है। हिमालयन इंस्टिट्यूट से मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्र- छात्राओं से 2017 में एफिडेविट लिया गया था कि जब तक हाईकोर्ट का फैसला नहीं आता… वे तय फीस देते रहें पर अचानक आज प्रबंधन ने नोटिस चस्पा करते हुए यह कह दिया कि तुरंत 23 लाख की बैंक गारंटी जमा कराओ जिससे छात्र- छात्राओं में भय का माहौल है जिसके बाद सभी छात्र छात्राओं ने जॉलीग्रांट तिराहा पर धरना देना शुरू कर दिया।
छात्र छात्राओं ने कहा
छात्र छात्राओं का कहना है कि जब फीस का मामला हाई कोर्ट में लंबित है तो कॉलेज प्रशासन बिना हाई कोर्ट के फैसले के छात्रों से फीस कैसे ले सकता है। छात्रों का यह भी कहना है कि हम एक दिन में इतनी बड़ी रकम कहां से लेकर आएंगे और कॉलेज प्रशासन ने कह दिया है कि वही छात्र परीक्षा दे पाएंगे जो फीस जमा करेगा या बैंक गारंटी देगा। छात्रों के साथ उनके परिवार भी इस दुबिधा में हैं कि इतनी बड़ी रकम नहीं होने से उनके बेटे बेटी का भविष्य क्या होगा। वहीं छात्र छात्राओं का कहना है कि कॉलेज प्रशासन जब तक आदेश वापस नहीं लेता हूं लोग यहीं सड़क पर बैठ कर धरना प्रदर्शन करते रहेंगे।
हिमालयन इंस्टीट्यूट जौलीग्रांट प्रबंधन ने अपने नोटिस में यह लिखा है….