द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली भक्तों के जयकारों के साथ हुई रवाना। वीडियो में देखिए डोली का अद्भुत नजारा..

Second Kedar Lord Madmaheshwar's floating Vigraha Utsav Doli left with the cheers of the devotees hillvani news
ऊखीमठ। लक्ष्मण नेगीः द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली सैकड़ों भक्तों की जयकारों के साथ शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर से कैलाश के लिए रवाना हो गयी है तथा डोली प्रथम रात्रि प्रवास के लिए राकेश्वरी मन्दिर रासी पहुंच गयी है, राकेश्वरी मन्दिर में ग्रामीणों ने भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली को अर्ध्य लगाकर विश्व कल्याण की कामना की। ऊखीमठ से फापज तक सैकड़ों श्रद्धालुओं ने वैदिक मंत्रोंच्चारण, मांगल गीतों के साथ डोली को भावुक क्षणों के साथ विदा किया। इस बार भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश गमन होने पर भक्तों में भारी उत्साह देखने को मिला। मंगलवार को ब्रह्म बेला पर ओकारेश्वर मन्दिर के प्रधान पुजारी बागेश लिंग, शिव लिंग ने पंचाग पूजन के तहत भगवान मदमहेश्वर सहित तैतीस कोटि देवी – देवताओं का आवाहन कर आरती उतारी तथा रावल भीमाशंकर लिंग ने मदमहेश्वर धाम के प्रधान पुजारी शिव शंकर लिंग को पगड़ी व अचकन पहनाकर छ: माह मदमहेश्वर धाम में पूजा करने का संकल्प दिया।
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करीब आठ बजे प्रातः भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ से धाम के लिए रवाना हुई तो सैकड़ों भक्तों की जयकारों से सम्पूर्ण भूभाग गुजायमान हो उठा। भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली ने ओकारेश्वर मन्दिर की तीन परिक्रमा की तथा डगवाडी, ब्राह्मण खोली, मंगोलचारी यात्रा पड़ावों पर आशीष दिया। मंगोलचारी में भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली की पुनः आरती उतारी गयी तथा डाॅ0 केदार लिंग सहित सैकड़ों भक्तों ने जयकारों तथा महिलाओं ने मांगल गीतों से अगुवाई की। भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली सलामी, फापज, मनसूना, राऊलैंक, उनियाणा सहित विभिन्न यात्रा पडावों पर भक्तों को आशीष देते हुए रात्रि प्रवास के लिए राकेश्वरी मन्दिर रासी पहुंच गयी है।
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कल डोली राकेश्वरी मन्दिर रासी से प्रस्थान कर अन्तिम रात्रि प्रवास के लिए गौण्डार गाँव पहुंचेगी। 19 मई को भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली गौण्डार गाँव से प्रस्थान कर बनातोली, खटारा, नानौ, मैखम्भा कूनचटटी यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए मदमहेश्वर धाम पहुंचेगी तथा डोली के धाम पहुंचने पर भगवान मदमहेश्वर के कपाट 11 बजे कर्क लगन में वेद ऋचाओं के साथ ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जायेगें। इस मौके पर पूर्व विधायक श्रीमती आशा नौटियाल, नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा, पूर्व प्रमुख लक्ष्मी प्रसाद भटट्, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष रीता पुष्वाण, सभासद, प्रमोद धर्म्वाण, रवीन्द्र रावत, विजय पंवार, अनसोया प्रसाद भटट्, भगवती प्रसाद भटट्, देवानन्द गैरोला, नारायण दत्त जुयाल, प्रमोद नेगी, नवदीप नेगी, रमेश चन्द्र सेमवाल, कुवर सिंह नेगी, शिव सिंह रावत,खुशहाल सिंह नेगी, रमेश नौटियाल, हर्ष जमलोकी, सुन्दरी सिद्ध, श्रीमती आशा नेगी, तहसीलदार दीवान सिंह राणा, व्यापार संघ अध्यक्ष राजीव भटट्, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल, सुपरवाइजर यदुवीर पुष्वाण , वेदपाठी विश्व मोहन जमलोकी, जगत सिंह पंवार, सन्तोषी बिष्ट, मदन सिंह पंवार, अभ्युदय जमलोकी सहित देश – विदेश के सैकड़ों श्रद्धालु व मदमहेश्वर घाटी के जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद थे।
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