उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी.. जरूरी है तभी यात्रा पर आएं, जोखिम न लें श्रद्धालु..
उत्तराखंड के अधिकतर जिलों में तेज बारिश होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने नैनीताल, बागेश्वर, देहरादून, पौड़ी, चमोली, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा और चंपावत जिले में कहीं-कहीं तेज गर्जन के साथ भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। मूसलाधार बारिश के चलते नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। गंगा भी चेतावनी रेखा से केवल 85 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। उधर विष्णु प्रयाग में चट्टान टूटने के कारण रविवार को बदरीनाथ हाईवे पूरा दिन बंद रहा है। जिसकी वजह से लगभग 3000 श्रद्धालु और पर्यटक हेमकुंड साहिब, बद्रीनाथ धाम और फूलों की घाटी जाने के लिए पूरा दिन हाईवे खुलने का इंतजार करते रहे। बारिश के कारण रविवार को प्रदेश भर में 135 मार्ग बंद हुए जबकि 109 सड़कें शनिवार से बंद है। नदी नालों के उफान पर आने से पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन होने, पुल बहने और सड़कों के बंद होने के कारण कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। जिसकी वजह से लोगों की परेशानियां भी बढ़ गई है। ऐसे में कई लोगों का कई लोग अपने घरों में कैद होकर रह गए हैं। एक हफ्ते से हो रही बारिश के चलते पर्वतीय इलाकों में तापमान में तेजी से गिरावट आई है। जबकि मैदानी क्षेत्र का तापमान सामान्य के आसपास चल रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों में तापमान में गिरावट के चलते सुबह शाम ठंड का एहसास होने लगा है।
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जरूरी है तभी यात्रा पर आएं…जोखिम न लें श्रद्धालु
जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग से केदारनाथ तक बीते तीन दिन से रुक-रुककर झमाझम बारिश हो रही है, जिससे रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग कई जगहों पर अति संवेदनशील हो गया है। सड़क व पैदल मार्ग पर भूस्खलन व भू-धंसाव जोन के सक्रिय हो गए हैं। इन हालात को देखते हुए प्रशासन ने यात्रियों से यात्रा के लिए अनावश्यक जोखिम नहीं लेने की अपील की है। साथ ही हाईवे से लेकर धाम तक प्रशासन, पुलिस और सुरक्षा बलों को अलर्ट रहने को कहा है। बारिश से रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर भटवाड़ीसैंण, सिल्ली, सौड़ी, गिंवाला, बांसवाड़ा, काकड़ागाड़-कुंड, देवीधार, ब्यूंडगाड़, तलसारी, फाटा डोलिया मंदिर में भूस्खलन व भू-धंसाव जोन सक्रिय हो गया है। यहां पहाड़ी से कभी भी पत्थर गिर सकते हैं। जून 2013 की आपदा के बाद पैदल मार्ग पर इन स्थानों पर हर साल हादसे हुए हैं। इधर, हाईवे व पैदल मार्ग की स्थिति को देखते हुए पुलिस अफसरों ने सभी कार्मिकों की छु्ट्टी रद्द कर दी हैं। हाईवे व पैदल मार्ग पर संवेदनशील स्थानों पुलिस जवान तैनात किए जा रहे हैं।
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