उत्तराखंडः इस वजह से पुलिस कर्मी गंवा रहे अपनी नौकरी, जानें क्यों..
आमजन को कानून का पाठ पढ़ाने वाले कुछ पुलिस कर्मी नियमों को ताक पर रखकर ड्यूटी कर रहे हैं। कुछ पर शराब पीकर ड्यूटी करने का आरोप है तो कुछ पर अन्य। अधिकारियों के बार-बार फटकार लगाने के बावजूद कुछ पुलिस कर्मी अपनी आदतों में सुधार नहीं ला रहे हैं। इसका खामियाजा उन्हें अपनी नौकरी गंवाकर चुकाना पड़ रहा है। बीते एक साल के भीतर ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले सात पुलिस कर्मियों की सेवा बर्खास्त हुई है। जनपद पिथौरागढ़ में कई पुलिस कर्मी ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरत रहे हैं।
यह भी पढ़ेंः उत्तराखंडः लव और लैंड जिहाद पर मुख्यमंत्री धामी के तेवर सख्त, दिया बड़ा बयान..
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बात अगर बीते दो वर्ष की करें तो 79 पुलिस कर्मी ड्यूटी में लापरवाही बरतने के कारण सस्पेंड हुए हैं। वर्ष 2021-22 में 68 पुलिस कर्मी अपनी ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतते मिले। अधिकारियों ने सभी को सस्पेंड करते हुए भविष्य में दोबारा लापरवाही न करने की सख्त हिदायत दी। अगले वर्ष 2022-23 में भी ड्यूटी में लापरवाही बरतने के 11 मामले सामने आए। इन सभी को भी सस्पेंड किया गया। विभागीय कार्रवाई के बाद जहां अधिकतर पुलिस कर्मियों ने अपनी आदतों में सुधार किया। वहीं कुछ ऐसे भी रहे, जिनमें विभागीय कार्रवाई का भी असर नहीं हुआ और वे ड्यूटी के प्रति लापरवाह ही बने रहे। एसपी लोकेश्वर सिंह ने ऐसे ही सात पुलिस कर्मियों की सेवा बर्खास्त की है।
यह भी पढ़ेंः उत्तराखंड का पहला हिमालयन कल्चरल सेंटर, अगले माह से शुरू होगा संचालन। जानें क्या है खासियत…
जिले में कुछ पुलिस कर्मी शराब का सेवन कर भी ड्यूटी करते हैं। सस्पेंड हुए मामलो में यह बात सामने आई है। सस्पेंड हुए पुलिस कर्मियों पर अधिकतर शराब पीकर ड्यूटी करने का आरोप है। इसके अलावा अवकाश लेकर गए कुछ पुलिस कर्मियों ने निर्धारित समय पर ज्वाइंन नहीं किया तो विभाग ने उन्हें भी सस्पेंड किया है। जनपद में पुलिस विभाग में कार्यरत महिला पुलिस कर्मियों का ड्यूटी के प्रति रिकॉर्ड अच्छा है। महिला कर्मी अपनी ड्यूटी के प्रति पूरी तरह से ईमानदार हैं। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दो साल में सामने आए मामलो में एक भी महिला पुलिस कर्मी शामिल नहीं हैं। एसपी पिथौरागढ़ लोकेश्वर सिंह ने बताया कि ड्यूटी में लापरवाही बरतने के मामले सामने आए हैं। सख्त हिदायत देने के बावजूद सुधार न करने वाले सात पुलिस कर्मियों की सेवा बर्खास्त की गई है।
यह भी पढ़ेंः उत्तराखंडः प्रदेश सरकार जल्द लाएगी नई रोजगार नीति..