उत्तराखंडः शिक्षा के प्रदर्शन में बड़ा सुधार, मिला 9वां स्थान। समग्र शिक्षा के कार्यों में भी इनसे निकला आगे..
Performance Grading Index 2021-22: उत्तराखंड स्कूली शिक्षा में आगे बढऩे के लिए निरंतर संघर्ष कर रहा है। वर्ष 2020-21 के लिए जारी पीजीआइ में उत्तराखंड का 35वां स्थान था। अब वर्ष 2021-22 के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी पीजीआइ में नौवां स्थान पाने में राज्य को सफलता मिली है। उत्तराखंड में शिक्षा का स्तर, गुणवत्ता, बच्चों को स्कूल तक पहुंचाने और बुनियादी ढांचे व सुविधा में विस्तार हो तो उत्तराखंड देशभर में शिक्षा में परफारमेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (पीजीआइ) में अग्रणी प्रदेशों में सम्मिलित हो सकता है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से वर्ष 2021-22 के लिए जारी पीजीआइ में उत्तराखंड को नौवां स्थान मिला है। पिछले पीजीआइ की तुलना में प्रदेश ने अपनी ग्रेडिंग में 35वें स्थान से लंबी छलांग भरी है। यद्यपि शिक्षा के स्तर और गुणवत्ता के मामले में प्रदेश के बच्चों का प्रदर्शन बहुत बेहतर नहीं है। यह सबसे निचले पायदान से मात्र दो श्रेणी ऊपर आकांक्षी-एक में है।
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वहीं उत्तराखंड के सामने दूसरी सबसे बड़ी चुनौती शिक्षा के बुनियादी ढांचे और सुविधाओं को बढ़ाने की है। पिछली पीजीआइ ग्रेडिंग में भी इस श्रेणी में राज्य का प्रदर्शन सबसे लचर था। इसका खामियाजा सबसे निचले प्रदर्शन के रूप में सामने आया था। अब बुनियादी ढांचे और सुविधाओं का विस्तार होने के साथ ही इससे संबंधित सूचनाओं को आनलाइन पोर्टल में दर्ज करने की व्यवस्था में भी सुधार हो रहा है। माना जा रहा है कि इससे आगे के वर्षों में राज्य की पीजीआइ में अच्छा सुधार देखने को मिल सकता है। समानता और प्रशासनिक प्रबंधन में भी राज्य ने अपनी श्रेणी में सुधार कर क्रमश: उत्कर्ष व प्रचेष्टा-3 में स्थान बनाया है। उत्तराखंड को अब भी समान भौगोलिक परिस्थिति वाले हिमाचल प्रदेश से सबक लेने की आवश्यकता है। हिमाचल ने ओवरआल रैंकिंग में उत्तराखंड से अधिक 538.50 स्कोर अर्जित किया है। यद्यपि लर्निंग आउटकम और प्रशासनिक प्रबंधन के दो ऐसे क्षेत्र भी हैं, जहां उत्तराखंड ने हिमाचल की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है।
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वहीं शिक्षा महानिदेशक, उत्तराखंड बंशीधर तिवारी का कहना है कि प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है। परफारमेंस ग्रेडिंग इंडेक्स के आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं। पिछले वर्ष की तुलना में स्थिति सुधरी है। आने वाले वर्षों में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।
वर्ष 2021-22 के लिए उत्तराखंड का परफारमेंस ग्रेडिंग इंडेक्स
ग्रेडिंग मानक, स्कोर, श्रेणियां
1- लर्निंग आउटकम व गुणवत्ता, 56.40, आकांक्षी- 1
2- स्कूल तक पहुंच, 60.45, आकांक्षी-1
3- बुनियादी ढांचा व सुविधा, 60.86, प्रचेष्टा-तीन
4- समानता, 219.30, उत्कर्ष
5- प्रशासनिक प्रबंधन, 52.49, प्रचेष्टा-2
6- शिक्षक शिक्षा व प्रशिक्षण, 72, उत्तम
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समग्र शिक्षा के कार्यों में हिमाचल-यूपी से आगे निकला उत्तराखंड
समग्र शिक्षा के कार्यों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों में उत्तराखंड, हिमाचल और यूपी से आगे निकल गया है। राज्य ने निर्माण कार्यों की अलग-अलग श्रेणियों में दूसरा, तीसरा और चौथा स्थान प्राप्त किया है। समग्र शिक्षा की केंद्रीय शिक्षा सचिव शिक्षा संजय कुमार की अध्यक्षता में हुई ऑनलाइन बैठक में राज्यों की समीक्षा की गई। समीक्षा में खुलासा हुआ कि उत्तराखंड ने स्कूलों में कक्षाओं के निर्माण के लक्ष्य के सापेक्ष 97 प्रतिशत से अधिक प्रगति की है। उत्तराखंड को अच्छे राज्यों की श्रेणी में तीसरा स्थान मिला है। जबकि, हिमाचल के 28.8 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश के 38 प्रतिशत काम शेष रहे हैं। बालक शौचालय में भी उत्तराखंड के केवल तीन प्रतिशत काम लंबित हैं। इस श्रेणी में राज्य को अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों में चौथा स्थान मिला है। बालिका शौचालय निर्माण में उत्तराखंड दूसरे स्थान पर है।
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