उत्तराखंड में लोग इस साल हो गए थे मालामाल, फिर नहीं आई इतनी बड़ी उछाल। इस रिपोर्ट में हुआ खुलासा..
उत्तराखंड में पिछले 11 सालों के दौरान प्रति व्यक्ति आय में सबसे ज्यादा इजाफा वर्ष 2012-13 के दौरान हुआ। इस वक्त राज्य के अर्थव्यवस्था में अच्छा खासा इजाफा हुआ। उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था खासकर कृषि, बागवानी, पशुपालन, वानिकी, निर्माण, पर्यटन, परिवहन व अन्य सेवा क्षेत्र पर आधारित है। आपको बता दें कि नवंबर 2000 में राज्य गठन के बाद आर्थिकी संरचना में बड़ा बदलाव आया। 2003 में तत्कालीन मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के प्रयासों से प्रदेश में कई उद्योग आए। फरवरी 2004 में वाजपेयी सरकार के उत्तराखंड को विशेष औद्योगिक पैकेज के बाद इसमें काफी सुधार हुआ, जबकि औद्योगिक इकाइयों में उत्पादन शुरू होने के बाद विकास दर के साथ ही राज्य के प्रति व्यक्ति आय में भी बंपर इजाफा हुआ।
अर्थ एवं संख्या निदेशालय के एक वरिष्ठ अफसर के मुताबिक वर्ष 2012-13 में राज्य के प्रति व्यक्ति आय 13.30 फीसदी रही। यह पिछले 11 साल के भीतर सबसे अधिक वृद्धि है। वर्ष 2005 से वर्ष 2008 तक स्थापित उद्योगों में से अधिकांश में उत्पादन शुरू हो गया था। यही वजह से वर्ष 2012 में प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है। लेकिन सवाल यह है कि, उसके बाद प्रति व्यक्ति आमदनी में इतनी बड़ी उछाल नहीं आ रही है। मंगलवार को वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सदन में वर्ष 2022-23 के आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट रखी, जिसमें जहां आर्थिक विकास दर 7.08 फीसदी रहने का अनुमान है, वही प्रति व्यक्ति आय में 10.05 फीसदी तक इजाफा होने का अनुमान है।