Uksssc Paper Leak मामले में एक और गिरफ्तारी। एक सचिवालय कर्मी से भी हो रही पूछताछ-सूत्र
UKSSSC Paper Leak: अधीनस्थ सेवा चयन आयोग उत्तराखंड पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने 14वीं गिरफ्तारी की है। एसटीएफ कार्यालय में दोबारा पूछताछ हेतु बुलाये गये तुषार चैहान को साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। लीक पेपर की मदद से तुषार चैहान ने परीक्षा में 163वीं रैंक हासिल की थी। वहीं जांच में खुलासा हुआ है कि मनोज जोशी (कोर्ट कर्मचारी) उधमसिंहनगर द्वारा तुषार चैहान पुत्र स्व विरेन्द्र सिंह नि0 कासमपुर, थाना जसपुर उधमसिंहनगर को पेपर उपलब्ध कराया गया था। उसके साथ मिलकर रामनगर के रिजॉर्ट में परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र को 3-4 अन्य अभ्यार्थियों को पेपर साल्व कराया गया था। तुषार चौहान के संपर्क अन्य से जुड़ने की भी प्रबल संभावना प्रतीत होती है जिसके कहने पर उपरोक्त को परीक्षा के प्रश्न पत्र उपलब्ध कराया गया हो। आपको बता दें कि यूकेएसएसएससी स्नातक स्तरीय परीक्षा में लीक मामले में अभी तक 14 अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जिनमें से साक्ष्यो के आधार पर 04 सरकारी कर्मचारियों एवं 03 संविदा पर नौकरी करने वाले कर्मचारियों को भी मिलीभगत के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है।
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जांच में तथ्य सही तो हाई प्रोफाइल पर कार्रवाई
वहीं UKSSSC पेपर लीक मामले में एसटीएफ की एक और बड़ी कार्रवाई की है सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि एक सचिवालय कर्मी से एसटीएफ पूछताछ कर रही है। एसटीएफ की पुछताछ के बाद सचिवालय कर्मी हिरासत में लिया जा सकता है। सचिवालय कर्मी को एसटीएफ अपने कार्यालय में पूछताछ कर रही है। उत्तराखंड एसटीएफ का मानना है कि यह पेपर लीक का नेटवर्क बड़े स्तर का है। कड़ी दर कड़ी जोड़कर लगातार जांच पड़ताल चल रही है। अभी तक की 14 गिरफ्तारियां में जो महत्वपूर्ण सबूत बरामद हुए हैं उनके मुताबिक इसमें कुछ हाई प्रोफाइल के लोग भी शामिल हो सकते हैं। जिस पर जांच चल रही है। ऐसे में जांच में तथ्य सही पाए गए तो कार्रवाई निश्चित है। वहीं सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में इस जांच की आंच उत्तराखंड सचिवालय तक चौंकाने वाले तथ्य के साथ पहुंच सकती है। इसका बड़ा कारण पुलिस और न्यायिक व्यवस्था से जुड़े 4 सरकारी कर्मचारी सहित उन 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनसे बेहद अहम सबूत मिले हैं। इसके तार उच्चस्तरीय आलाधिकारी तक पहुंच सकते हैं।
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ये है पूरा मामला
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने स्नातक स्तरीय परीक्षा गत वर्ष दिसंबर में कराई थी। इसके बाद से ही लगातार इसमें धांधली की बात सामने आ रही थी। बीती 22 जुलाई को मुख्यमंत्री के निर्देश पर रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। तब इसकी जांच एसटीएफ को सौंपी गई। इसके बाद से ही एसटीएफ कड़ियां जोड़कर पूरे मामले की जांच में जुटी है।
टेलीग्राम एप पर किया था पेपर लीक
परीक्षा का पेपर लीक करने वाले को भी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। यह भी आयोग की आउटसोर्स कंपनी आरएमएस सॉल्यूशन का कर्मचारी था। इसकी जिम्मेदारी पेपर छपने के बाद सील करने की थी, लेकिन शातिर ने तीनों पालियों के एक-एक सेट को टेलीग्राम एप के माध्यम से अपने साथियों को भेज दिया। इस काम के लिए उसे 36 लाख रुपये मिले थे।
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