मधुगंगा में खनन माफिया दिनदहाड़े कर रहे अवैध खनन, स्थानीय प्रशासन मौन..
ऊखीमठ: मदमहेश्वर घाटी के मध्य प्रवाहित होने वाली मधुगंगा के जुगासू में अवैध खनन जारी रहने से स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गयी है। खनन माफिया दिन – दहाड़े मधुगंगा में अवैध खनन कर खूब चांदी काट रहे है जिससे प्रदेश सरकार को राजस्व के नाम पर प्रति माह लाखों का चूना लग रहा है। पूर्व में प्रदेश सरकार द्वारा कुछ लोगों को नाप भूमि पर खनन के अनुमति देने के बाद स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलने के साथ ही प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन को लाखों का राजस्व प्राप्त हो रहा था, मगर निजी खनन पट्टों की अवधि समाप्त होते ही खनन माफिया रात – दिन मधुगंगा के सीने को छलनी कर लाखों रूपये कमा रहे है। स्थानीय जनता का कहना है कि मधुगंगा में बेखौफ हो रहे अवैध खनन की शिकायत कई बार स्थानीय प्रशासन से की गयी है मगर खनन माफियाओं व स्थानीय प्रशासन के बीच गठजोड़ होने से खनन माफियाओं के हौसले सातवें आसमान पर है। मधुगंगा में हो रहे अवैध खनन पर स्थानीय प्रशासन कब अंकुश लगायेगा यह भविष्य के गर्भ में है।
बता दे कि मदमहेश्वर घाटी में खनन खनन के पीछे खनन माफियाओं व स्थानीय प्रशासन का दशकों पूर्व का नाता रहा है इसलिए खनन माफिया दिन – दहाड़े बेखौफ होकर मधुगंगा में खनन करते आये है। मधुगंगा में अवैध खनन का कारोबार जारी रहने से जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार को प्रति माह लाखों का चूना लग रहा है। पूर्व में प्रदेश सरकार द्वारा कुछ लोगों को निजी भूमि पर खनन पट्टे स्वीकृति दी गयी थी, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलने के साथ ही प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन को प्रति माह लाखों का राजस्व प्राप्त होता था मगर निजी भूमि पर स्वीकृत खनन पट्टों की अवधि समाप्त होते ही मधुगंगा में अवैध खनन जारी है। स्थानीय सूत्रों की माने तो मधुगंगा में दिन दहाड़े अवैध खनन किया जाता है तथा रात्रि के समय स्थानीय प्रशासन की सह पर अवैध खनन की सामाग्री को वाहनों के माध्यम से ठिकाने लगाया जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि मधुगंगा में अवैध खनन जारी रहने से खनन माफियाओं ने मधुगंगा के सीने को छलनी कर दिया है तथा खनन माफिया मालामाल बन गयें है।
ग्रामीणों का कहना है खनन माफियाओं के हौसले इस कदर आसमान चढ़े हुए है कि दिन – दहाड़े अवैध खनन का कारोबार जारी है। नाम न छापने की शर्त पर कुछ ग्रामीणों ने बताया कि मधुगंगा में हो रहे अवैध खनन की शिकायत समय – समय पर स्थानीय प्रशासन को दी जाती है मगर स्थानीय प्रशासन अवैध खनन करने वालों के खिलाफ कार्यवाही न करने से स्पष्ट हो गया है कि स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से मधुगंगा में अवैध खनन हो रहा है। मदमहेश्वर घाटी विकास मंच के पूर्व अध्यक्ष मदन भटट् का कहना है कि यदि प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन पूर्व की भांति निजी भूमि पर खनन पट्टे संचालित करने की अनुमति देता है तो मधुगंगा में हो रहे अवैध खनन पर रोक लगने के साथ ही स्थानीय युवाओं को रोजगार प्राप्त होने तथा प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन को प्रति माह लाखों का राजस्व प्राप्त हो सकता है।