उत्तराखंडः मौसम विभाग की चेतावनी! प्रदेश की 193 सड़कें बंद, सतर्क रहने की सलाह..
उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। प्रदेश के कई इलाकों में भी हल्की बारिश हो रही है। वहीं, देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, पौड़ी, नैनीताल जैसे जिलों में अगले 24 घंटे में कहीं-कहीं भारी बारिश के आसार हैं। भारी बारिश को देखते हुए मौसम विज्ञानियों ने अलर्ट भी जारी किया है। सभी जिलों में जहां ज्यादातर इलाकों में तेज गर्जना के साथ भारी बारिश की संभावना है, वहीं कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि 31 जुलाई तक मैदान से लेकर पहाड़ तक झमाझम बारिश की संभावना है। नैनीताल, टिहरी, पौड़ी, चम्पावत और बागेश्वर में शुक्रवार से सोमवार तक भारी वर्षा हो सकती है।
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उत्तराखंड में बादलों के मंडराने के साथ ही वर्षा का क्रम जारी है। शुक्रवार से चार दिन तक राज्य में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। मौसम विभाग ने देहरादून और नैनीताल समेत छह जिलों में भारी वर्षा की संभावना जताते हुए अलर्ट जारी किया है। अन्य जिलों में भी गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं। गुरुवार को भी प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सुबह से बादल छाए रहे। दोपहर बाद कहीं-कहीं हल्की से मध्यम वर्षा भी दर्ज की गई। दून में शाम को ज्यादातर हिस्सों में झमाझम वर्षा हुई। इससे कई चौराहे-तिराहे जलमग्न हो गए। रिस्पना-बिंदाल समेत सभी नदी-नाले उफान पर आ गए। भारी बारिश की संभावनाओं को देखते हुए डीएम सोनिका ने आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने के आदेश दिए हैं। डीएम ने कहा कि यदि आपदा प्रबंधन में लापरवाही बरती गई तो संबंधित विभागों के अधिकारी जिम्मेदार होंगे।
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पहाड़ में आफत बनी बारिश, मलबा आने से 193 मार्ग बंद
पहाड़ में बारिश आफत बनकर बरस रही है। बारिश से जगह-जगह मार्गों में मलबा आने से 193 मार्ग बंद हो गए हैं। गंगोत्री हाईवे सुबह बंदरकोट में मलबा आने से बंद हो गया। खटीमा में निर्माणाधीन मकान के क्षतिग्रस्त होने से मकान में दो लोग दब गए जबकि अल्मोड़ा जिले के छांतरिया रेंज कार्यालय पर चीड़ का पेड़ गिरने से कार्यालय भवन का 50 प्रतिशत हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। लोक निर्माण विभाग के मुताबिक निर्माण खंड गोचर में कर्णप्रयाग-सोनला मोटर मार्ग, निर्माण खंड पोखरी में रुद्रप्रयाग-पोखरी-गोपेश्वर, थराली में ग्वालदम-नंदकेसरी मोटर मार्ग, टिहरी में लंबगांव मोटना रजाखेत मोटर मार्ग, उत्तरकाशी में कमद-अयारखाल मार्ग, चिन्यालीसौड में सिलक्यारा बनगांव चापरा सरोट मोटर मार्ग बंद हो गया है। विभाग की ओर से बंद मार्गों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है। केदारनाथ मार्ग एनएच 107 पर मलबा आ गया था। जिसे हटा दिया गया है। अल्मोड़ा में छांतरिया रेंज कार्यालय पर चीड़ का पेड़ गिर गया है। जिससे रेंज कार्यालय भवन का 50 प्रतिशत हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है।
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विद्युत आपूर्ति भी हुई बाधित
ऊर्जा विभाग के मुताबिक पिथौरागढ़ जिले के हुनेरा गांव में विद्युत आपूर्ति बाधित हुई है, जिसे सुचारु करने का प्रयास किया जा रहा है। जल संस्थान की ओर से बताया गया है कि अब तक दैवी आपदा से 600 योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। इनमें से 599 योजनाओं में अस्थायी व्यवस्था के तहत पेयजल आपूर्ति सुचारु कर दी गई है। एसडीआरएफ की ओर से बताया गया कि खटीमा में एक निर्माणाधीन मकान के क्षतिग्रस्त होने से दो लोग मलबे में दब गए। पशुलोक बैराज ऋषिकेश में एक शव दिखाई देने पर टीम ने मौके पर पहुंचकर शव बरामद कर उसे सिविल पुलिस को सौंप दिया है। सीसीआर हरिद्वार के पास एक व्यक्ति के पूर्व में डूबे होने की घटना पर एसडीआरएफ की टीम की ओर से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
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