सुरकंडा देवी में बड़ा हादसा टला, रोपवे ट्रॉलियों में लटके रहे टिहरी विधायक समेत 70 लोग..
टिहरी गढवाल: तकनीकि खामियों के चलते सुरकंडा देवी मंदिर रोपवे सेवा कुछ देर के लिए अचानक ठप हो गई। इस दौरान रोपवे ट्रॉलियों में करीब 70 लोग हवा में ही लटके रहे। ट्रॉली में सफर कर रहे टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ने तुरंत घटना की जानकारी स्थानीय प्रशासन को दी। जिसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और टेक्निकल टीम को मौके पर भेजा गया। इस बीच काफी देर अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।
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बीजेपी विधायक समेत 60 से 70 लोग
बताया जा रहा है कि उपाध्याय सुरकंडा माता के दर्शन कर के लौट रहे थे तभी उनकी रोपवे ट्रॉली रास्ते में ही फंस गई और वो बीच रास्ते में अटक गए। जानकारी के मुताबिक रोपवे लगभग 35 से 40 मिनट तक रुकी रही और बीजेपी विधायक समेत 60 से 70 लोग इस रोपवे में फंसे रहे। बताया जा रहा है कि तकनीकि खराबी के चलते रोपवे ट्रॉली बीच रास्ते में ही रुक गई थी। हालांकि लगभग 40 मिनट तक अटके रहने के बाद रोपवे में आई तकनीकी गड़बड़ी का पता लगाया गया और फिर इसे ठीक किया गया। तब जाकर हवा में लगभग पौन घंटे तक लटके रहने वाले लोगों को राहत मिली और उन्हें सुरक्षित नीचे उतारा जा सका। जानकारी के मुताबिक पहले भी ये रोपवे 2 बार तकनीकी खराबी के चलते बीच रास्ते में अटक चुका है।
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मुख्यमंत्री धामी ने किया था आधिकारिक रूप से शुभारंभ
आपको बता दें कि बीते एक मई को सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी मंदिर के लिए रोपवे सेवा की आधिकारिक रूप से शुरुआत की थी। हालांकि, रोपवे अप्रैल में शुरू हो गई थी। करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए रोपवे में 16 डिब्बे लगाए गए हैं। एक डिब्बे में छह लोग सफर कर सकते हैं। टिहरी के कद्दूखाल क्षेत्र स्थित सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी के दर्शन को रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। जिसकी लंबाई 502 मीटर है।
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रोपवे शुरू होने से लोगों को मिली बड़ी राहत
सुरकंडा देवी मंदिर समुद्र तल से 2,750 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। कद्दूखाल से मंदिर परिसर तक करीब डेढ़ किमी की खड़ी चढ़ाई है, जिसे चढ़ने में करीब डेढ़ से दो घंटे लग जाता था। परंतु अब रोपवे शुरू होने से यहां आने वाले श्रद्धालुओं को डेढ़ किलोमीटर खड़ी चढ़ाई नहीं चढ़नी पड़ती है। रोपवे शुरू होने से उन लोगों को बड़ी राहत मिलेगी, जो चलने में असमर्थ हैं। कद्दूखाल से सुरकंडा देवी मंदिर परिसर तक सुरकंडा रोपवे प्रोजेक्ट में 6 टावर के सहारे 16 ट्रॉलियों का संचालन हो रहा है। रोपवे से आने-जाने का किराया 177 रुपये रखा गया है।
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