चेतावनीः अपात्र लोग 2 दिन में कार्ड कर दें सरेंडर। 1 जून से चलेगा सत्यापन अभियान, पकड़े जाने पर दर्ज होगा मुकदमा…

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Hillvani-Ration-Card-Uttarakhand

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उत्तराखंडः खाद्य विभाग की “अपात्र को न, पात्र को हां” अभियान के तहत पूरे प्रदेश में राशन कार्ड सरेंडर करने वालों की लाइन अलग-अलग जनपदों के जिला पूर्ति कार्यालय में लग रही है। हालांकि उपभोक्ताओं की ओर से राशन कार्ड की पात्रता और अपात्रता को लेकर अब भी दुविधा बनी हुई है। दरअसल, विभाग की ओर से कोई स्पष्ट गाइड लाइन नहीं होने से लोग असमंजस में हैं। आपको बता दें कि सरकार की ओर से अपात्र राशन कार्डधारकों को 31 मई तक अपने कार्ड सरेंडर करने को कहा गया है। चेतावनी दी गई है कि इसके बाद जांच में अपात्र पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। अब अपात्रों के पास राशन कार्ड सरेंडर करने के लिए दो दिन का समय शेष रह गया है। सरकार की इस घोषणा के बाद बड़ी संख्या में अपात्र लोग जिलापूर्ति कार्यालय पहुंचकर कार्ड जमा करा रहे हैं।

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वहीं वर्तमान में प्रदेश में तीन प्रकार के कार्ड बनाए जा रहे हैं। इनमें अंत्योदय का गुलाबी राशन कार्ड, राष्ट्रीय खाद्य योजना का सफेद कार्ड और इससे ऊपरी वर्ग के लोगों के लिए पीला कार्ड है। तीनों कार्ड बनाने की अलग-अलग शर्तें हैं।
तीनों कार्डों में क्या अंतर है
गुलाबी कार्ड धारकः वार्षिक आमदनी 15 हजार से कम होनी चाहिए। साथ ही इनकम का कोई स्रोत न हो या वह दिव्यांग, विधवा और बुजुर्ग, जिसका कोई सहारा न हो।
सफेद कार्डधारक: परिवार की वार्षिक आय 15 हजार से ऊपर नहीं होनी चाहिए। सरकारी नौकरी, रिटायर्ड पेंशनर्स, आयकर दाता और दो हेक्टेयर भूमि वाले इस श्रेणी में नहीं आएंगे। इसमें अन्य मानक भी तय किए गए हैं।
पीला कार्डः डेढ़ लाख से अधिक आय वाले और पांच लाख से कम आय वाले उपभोक्ता पीले कार्ड के हकदार होते हैं। पांच लाख से अधिक आय वाले परिवारों को पीले कार्ड जमा कराने होंगे। खाद्य पूर्ति विभाग का कहना है कि गांव से लेकर शहर तक इस बारे में प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है।

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जानें अभी तक कितने कार्ड हुए सरेंडर
1- देहरादून में अब तक तीन हजार लोगों ने राशन कार्ड सरेंडर कर दिए हैं। सरकार की ओर से अपात्र राशन कार्डधारकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की घोषणा के बाद अपात्र लोग बड़ी संख्या में कार्ड जमा कराने जिलापूर्ति कार्यालय पहुंच रहे हैं। अभी तक करीब तीन हजार लोग अपने कार्ड सरेंडर कर चुके हैं।
2- हरिद्वार में अभी तक अभी तक 3383 राशन कार्ड जमा कराए जा चुके हैं। इनमें राज्य खाद्य योजना के 783, अंत्योदय के 166 और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के 2434 राशन कार्ड शामिल हैं। वहीं लक्सर में भी 550 लोगों ने राशन कार्ड सरेंडर कर दिए हैं।
3- चमोली जिले में 26 मई तक 936 राशन कार्ड सरेंडर किए जा चुके हैं। इसमें 582 राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा, 160 अंत्योदय और 194 राज्य खाद योजना के हैं।

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4- सीमांत जनपद उत्तरकाशी में अभी तक मात्र 297 राशन कार्ड सरेंडर हुए हैं, जबकि संभावना जताई जा रही है कि अपात्र राशन कार्ड धारकों की संख्या यहां चार हजार से अधिक है। जनपद में राष्ट्रीय खाद्य योजना व अंत्योदय खाद्य योजना के 48 हजार से अधिक राशन कार्ड हैं। पूर्ति विभाग के अनुसार 10 फीसदी कार्ड धारक अपात्र हैं। इनकी वजह से पात्र व्यक्ति खाद्य योजनाओं से वंचित हो रहे हैं। अपात्र राशन कार्ड धारकों की जानकारी देने के लिए टोल फ्री नंबर 1967 भी जारी किया गया है।
5-नैनीताल जिले में अलग-अलग योजनाओं के कुल 134300 राशन कार्डधारक हैं। जिले में अब तक 2085 लोगों ने अपने राशन कार्ड जिला पूर्ति अधिकारी के यहां सरेंडर करा दिए हैं। अब तक अंत्योदय योजना के 145, प्राथमिक परिवार (पीले कार्ड) के 1513 और राज्य खाद्य योजना (सफेद कार्ड) के 427 कार्डधारकों ने अपने राशन कार्ड सरेंडर करा दिए हैं।

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6- चंपावत जिले में अब तक 446 लोगों ने अपने राशनकार्ड सरेंडर किए हैं। जिले में अब तक राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के 340, अंत्योदय के 88 और राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के तहत 18 अपात्रों ने अपने राशनकार्ड जिला पूर्ति विभाग में सरेंडर किए हैं।
7- पिथौरागढ़ जिले में अब तक 1230 कार्ड सरेंडर हो चुके हैं। जिले में बृहस्पतिवार तक 694 सफेद कार्ड, 45 अंत्योदय (गुलाबी कार्ड) और राज्य खाद्य योजना के तहत 491 लोगों ने पीले कार्ड सरेंडर किए हैं। कार्ड जमा करने के लिए जिला पूर्ति कार्यालय में प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुट रही है।
8- ऊधमसिंह नगर जिले में अब तक राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के 3426 सफेद और अंत्योदय योजना के 72 गुलाबी कार्ड जमा हो चुके हैं। यहां पूर्ति विभाग की ओर से चेतावनी दी गई है कि 30 मई के बाद यदि अपात्र के पास राशन कार्ड मिला तो कार्ड निरस्त करने के साथ ही मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।

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9- अल्मोड़ा जिले में अब तक 251 राशन कार्ड सरेंडर हो चुके हैं। जिला पूर्ति विभाग ने सभी अपात्र राशन कार्डधारकों से राशन कार्ड सरेंडर करने के लिए कहा है। जिला पूर्ति विभाग के मुताबिक जिले में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना और अंत्योदय योजना के कुल 83,147 हजार राशनकार्ड हैं। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के 180 और अंत्योदय योजना के 33 अपात्र राशन कार्ड सरेंडर किए गए हैं। राज्य खाद्य योजना के कुल 68000 राशन कार्ड हैं। इसमें से 38 अपात्र राशन कार्ड सरेंडर हुए हैं।
10- टिहरी में भी खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की ओर से फर्जी और अपात्र राशन कार्ड धारकों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत अभी तक जिले में 874 कार्ड धारकों ने अपने राशन कार्ड खाद्यान्न विभाग के पास सरेंडर कराएं हैं। विभाग को उम्मीद है, कि राशन कार्ड जमा कराने की अंतिम तिथि तक अभी और राशन कार्ड जमा कराए जाने की उम्मीद है। टिहरी जिले में एपीएल के 134, प्राथमिक परिवार के 529 और अंत्योदय के 211 राशन कार्ड विभाग के पास जमा कराए गए हैं।

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11- पौड़ी जनपद में अभी तक अपात्र राशन कार्ड धारको में 2577 ने राशन कार्ड सरेंडर कर दिए हैं, जिनकी कुल 10 हजार 375 यूनिट है। यहां सबसे ज्यादा कोटद्वार क्षेत्र में कार्ड सरेंडर हुए हैं। विधायक पौड़ी राजकुमार पोरी ने सबसे पहले अपना राशन कार्ड सरेंडर किया था। जिले में अंत्योदय योजना के तहत 341, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के सबसे ज्यादा 1404 और राज्य खाद्य योजना के 832 राशन कार्ड सरेंडर हुए हैं।
12- रुद्रप्रयाग जनपद में विभिन्न योजनाओं के तहत 233 राशन कार्ड सरेंडर हुए हैं। यहां प्राथमिक परिवार श्रेणी में 140, अंतोदय परिवार श्रेणी में 33 और राज्य खाद्य योजना में 60 राशन कार्ड स्वेच्छा से सरेंडर हुए हैं।
13- बागेश्वर जिले में अब तक 204 लोगों ने अपने अंत्योदय और बीपीएल राशन कार्ड सरेंडर करवाए हैं।

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