खुशखबरीः भूल जाएं महंगा वाहन बीमा, खुद तय करें इंश्योरेंस प्रीमियम। कैसे होगा IRDAI के नए नियम से फायदा?
अगर आपको भी कई बार ऐसा लगता है कि आपकी गाड़ी का बीमा बहुत महंगा है. हर साल इस पर अच्छी-खासी रकम खर्च करनी होती है. तो ये खबर आपके लिए है। अब गाड़ियों के महंगे बीमा की चिंता करने की जरूरत नहीं है। बीमा नियामक IRDAI ने नए नियमों की घोषणा की है। इसके तहत वाहन मालिक अब ड्राइव करने के तरीके के हिसाब से मोटर इंश्योरेंस का प्रीमियम चुन सकेंगे। IRDAI ने साधारण बीमा कंपनियों को व्हीकल इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए अतिरिक्त लाभ और व्यापक सुरक्षा कवर की आधुनिक सुविधाएं पेश करने के आदेश दिए हैं। ये टेलीमैटिक्स आधारित मोटर बीमा योजनाएं हैं, जिनके लिए प्रीमियम वाहन के उपयोग या गाड़ी चलाने के तरीके पर निर्भर करता है। इसमें पे ऐज यू ड्राइव और पे हाउ यू ड्राइव जैसी सुविधाएं शामिल हैं। टेलीमैटिक्स-आधारित मोटर बीमा योजना वाहन के उपयोग या ड्राइविंग की हेविट के आधार पर प्रीमियम राशि को संशोधित करेगी।
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जितनी चलेगी गाड़ी, उतना भरें प्रीमियम
IRDAI ने सामान्य बीमा कंपनियों को नए बीमा उत्पादों को मंजूरी दी है। नए मोटर बीमा नियमों के अनुसार, कोई भी व्यक्ति नियमित रूप से चलने वाले वाहन की दूरी के आधार पर बीमा पर प्रीमियम राशि तय कर सकता है। अगर वाहन का कम बार उपयोग किया जाता है तो कोई उपयोग-आधारित कवर का लाभ उठा सकता है और लाभ प्राप्त कर सकता है। यूजर महीने में एक बार तय की जाने वाली अधिकतम दूरी के हिसाब से भी प्रीमियम दर तय कर सकते हैं।
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कई वाहनों के लिए करा सकते हैं एक ही बीमा
IRDAI ने यह भी बड़ी घोषणा की है कि यदि किसी मालिक के पास एक से अधिक वाहन हैं, तो वह टेलीमैटिक्स-आधारित मोटर बीमा योजनाओं का उपयोग करके नए नियमों के माध्यम से केवल एक बीमा प्रीमियम के साथ कवरेज प्राप्त कर सकता है। बीमा पर प्रीमियम एक ड्राइव के वाहनों की संख्या पर भी निर्भर करेगा।
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खराब गाड़ी चलाने वालों के लिए ज्यादा प्रीमियम
IRDAI के नए नियमों के हिसाब से अगर आप खराब या रैश ड्राइविंग करते हैं तो आपको बीमा के लिए ज्यादा प्रीमियम देना होगा। इसमें कहा गया है कि ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम या जीपीएस के जरिए किसी वाहन के ड्राइविंग पैटर्न की निगरानी की जाएगी। मोबाइल ऐप या वाहन में एक छोटा उपकरण लगाया जाएगा, जो इस जानकारी को शेयर करेगा। इसके अलावा इसकी मदद से GPS, बीमा कंपनी किसी विशेष वाहन के ड्राइविंग पैटर्न को भी मोबाइल ऐप पर मॉनिटर कर सकेगी। वहीं टेक्नोलॉजी की मदद से प्रत्येक वाहन को ड्राइविंग स्कोर दिया जाएगा, जिससे बीमा की राशि तय की जाएगी।
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