उत्तराखंडः ग्राम प्रधान को कितना मिलता है वेतन? जानिए क्या होते हैं उनके काम..

Gram Panchayat. Hillvani
उत्तराखंड में पंचायती राज व्यवस्था के तहत ग्राम प्रधान चुनाव संपन्न हो गए हैं। यह चुनाव बेहद दिलचस्प और करीबी मुकाबलों से भरा रहा। कई जगहों पर महज कुछ वोटों से जीत और हार तय हुई। कई सीटों पर 5 से भी कम वोटों का अंतर रहा, तो कही बराबर मुकाबला रहने के कारण टॉस और पर्ची से विजेता चुनना पड़ा। वहीं इस बार उत्तराखंड में कई गांवों ने मिसाल पेश कर अपने प्रधान को निर्विरोध ही चुना। गांवों की बागडोर जिन हाथों में होती है, उन्हें हम ग्राम प्रधान (ग्राम अध्यक्ष या मुख्या) के नाम से जानते हैं। ये न सिर्फ गांव की समस्याएं उठाते हैं बल्कि हर विकास कार्य के केंद्र में भी होते हैं।
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ग्राम प्रधान की सैलरी कितनी होती है?
लेकिन क्या आप जानते हैं कि गांव के इतने बड़े पद पर बैठे प्रधान को सरकार कितनी सैलरी देती है और उनके काम क्या-क्या होते हैं? तो बता दें कि उत्तराखंड सरकार ग्राम प्रधान को हर महीने 3,500 रुपये (प्रस्तावित वेतन 5000 रुपये) का मानदेय देती है। इसके अलावा ग्राम प्रधान को कोई अन्य सरकारी भत्ता या सुविधा नहीं मिलती। न कोई वाहन, न कोई ऑफिस सुविधा और न ही किसी तरह का एक्स्ट्रा इंसेंटिव।
ग्राम पंचायत सदस्य (वार्ड मेंबर) –
वहीं गांव की सबसे बुनियादी इकाई वार्ड सदस्य को किसी प्रकार का मानदेय या सुविधा नहीं दी जाती। हालांकि, ये सदस्य ग्राम प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का अधिकार रखते हैं, लेकिन उसके लिए अन्य सदस्यों की सहमति भी जरूरी होती है।
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किन योजनाओं की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान पर होती है?
ग्राम प्रधान का काम सिर्फ कागजों तक सीमित नहीं होता, बल्कि वह गांव के हर नागरिक की उम्मीदों और समस्याओं से जुड़ा होता है।
उनकी प्रमुख जिम्मेदारियां होती हैं-
1- मनरेगा (MNREGA): गांव के बेरोजगार लोगों को रोजगार देने वाली इस योजना की निगरानी ग्राम प्रधान ही करते हैं।
2- राज्य वित्त आयोग और 15वें वित्त आयोग की राशि का उपयोग: इन फंड्स से गांव की सड़कें, नालियां, शौचालय, सामुदायिक भवन, खेल मैदान और अन्य जरूरी ढांचे बनाए जाते हैं।
3- स्वच्छता अभियान और स्वास्थ्य योजनाएं: गांव को स्वच्छ और स्वस्थ बनाए रखने में प्रधान की बड़ी भूमिका होती है।
4- शिक्षा और महिला सशक्तिकरण: स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति से लेकर महिला समूहों की गतिविधियों तक में ग्राम प्रधान का योगदान जरूरी होता है।
अन्य कार्य:
1- ग्राम पंचायत के वार्षिक लेखा-जोखा पर चर्चा करना।
2- पिछले वित्तीय वर्ष के प्रशासनिक प्रतिवेदन पर विचार करना।
3- पिछले अंकेक्षण टिप्पणी पर विचार करना।
4- अगले वित्तीय वर्ष के लिए ग्राम पंचायत के बजट पर विचार करना।
5- पिछले वर्ष के विकास कार्यों की समीक्षा करना।
6- चालू वित्तीय वर्ष में शुरू किए जाने वाले प्रस्तावित विकास कार्यक्रमों पर विचार करना।
7- निगरानी समिति की रिपोर्ट पर विस्तार से चर्चा करना।
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ग्राम प्रधान के कार्यों की सूची कैसे देखें..
ग्राम प्रधान के कार्यों की सूची देखने के लिए आप ई-ग्राम स्वराज पोर्टल या मेरी पंचायत ऐप का उपयोग कर सकते हैं। ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर, आप ग्राम पंचायत के कार्यों, योजनाओं और वित्तीय जानकारी को देख सकते हैं। मेरी पंचायत ऐप के माध्यम से, आप किसी भी ग्राम पंचायत को आवंटित बजट और किए गए कार्यों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
ई-ग्राम स्वराज पोर्टल के माध्यम से:
1- ई-ग्राम स्वराज पोर्टल ( egramswaraj.gov.in) पर जाएं।
2- “ग्राम पंचायत” या “पंचायत” के विकल्प पर क्लिक करें।
3- अपनी ग्राम पंचायत का चयन करें।
4- आप विभिन्न योजनाओं, कार्यों और वित्तीय विवरणों को देख सकते हैं।
मेरी पंचायत ऐप के माध्यम से:
1- अपने मोबाइल फोन में मेरी पंचायत ऐप डाउनलोड करें (Google Play Store या Apple App Store से)।
2- ऐप खोलें और अपनी ग्राम पंचायत का चयन करें।
3- आप पंचायत के कार्यों, बजट और अन्य विवरणों को देख सकते हैं।
अन्य तरीके:
आप अपनी ग्राम पंचायत के कार्यालय में जाकर भी कार्यों की सूची प्राप्त कर सकते हैं। आप सूचना का अधिकार (RTI) अधिनियम के तहत जानकारी प्राप्त करने के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।
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