प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं बनेगी बेहतर, मिलेगी बाइक एंबुलेंस, मोबाइल हेल्थ वैन और टेलीमेडिसिन जैसी सुविधाएं…
Uttarakhand News: उत्तराखंड सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर बनाने में जुट गई है। इसी कड़ी में कई बड़े कदम उठाए जा रहे है। जहां सरकार द्वारा प्रदेश में बाइक एंबुलेंस की कवायद शुरू की गई है। वहीं दूसरी ओर घर बैठे मरीजों को मोबाइल हेल्थ वैन और टेलीमेडिसिन से कई सुविधाएं देने के निर्देश दिए गए है। मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने मोबाइल वैन में ब्लड सैम्पल आदि के साथ ही पोर्टेबल एक्स-रे मशीनों को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार उत्तराखंड में प्रदेश सरकार जल्द ही बाइक एंबुलेंस सेवा शुरू करेगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को एक माह के भीतर योजना का खाका तैयार करने के लिए कहा गया है। बताया जा रहा है कि विभाग की ओर से स्वास्थ्य कार्यकर्ता, एएनएम, आशा कार्यकर्ताओं को बाइक उपलब्ध कराएगी। जिससे लोगों को एंबुलेंस के लिए दर-ब-दर भटकना नहीं पडेगा। और कम समय में उन्हें अस्पताल पहुंचाया जा सकेगा।
वहीं मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने सचिवालय में स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत मोबाइल हेल्थ वैन और टेलीमेडिसिन के सम्बन्ध में अधिकारियों के साथ बैठक ली। सीएस ने कहा कि प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने हेतु मोबाइल हेल्थ वैन और टेलीमेडिसिन को अधिक बढ़ावा दिया जाए। सीएस ने अधिकारियों को मोबाइल हेल्थ और टेलीमेडिसिन सुविधाओं हेतु 100% सैचुरेशन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए।
सीएस ने कहा कि मोबाइल वैन में ब्लड सैम्पल आदि के साथ ही पोर्टेबल एक्स-रे मशीनों की उपयोगिता पर मंथन किया जाए। उन्होंने कहा कि पर्वतीय दूरस्थ क्षेत्रों की आवश्यकताओं को पूरा करने के अनुरूप सुनियोजित प्लान तैयार किया जाए। साथ ही टेलीमेडिसिन को भी अधिक से अधिक बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि मोबाइल वैन सुविधा के क्षेत्र में NHM, स्वास्थ्य विभाग और हंस फाउंडेशन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं का विश्लेषण और सुविधाएँ बढ़ाई जाएँ।
सीएस ने कहा कि जिन क्षेत्रों से स्वास्थ्य केंद्र अधिक दूर हैं उन क्षेत्रों में मोबाइल वैन के दौरे अधिक बढ़ाए जाएं। उन्होंने कहा कि मोबाइल वैन के दौरों की निश्चितता बढ़ाते हुए प्रत्येक क्षेत्र के लिए दिवस निर्धारित किए जाएं। इस अवसर पर सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. विनीता शाह सहित अन्य विभागीय उच्चाधिकारी भी उपस्थित रहे।