गौरीकुंड भूस्खलन अपडेटः मलबे में दबे चार शव बरामद, 15 लापता की तलाश जारी..
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिला स्थित केदारनाथ मार्ग के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में भारी भूस्खलन से 19 लोगों की लापता होने की सूचना है। इनमें से चार शव बरामद क लिए गए। अब 15 लापता लोगों के लिए ढूंढने के लिए रेस्क्यू जारी है। देर रात से जारी भारी बारिश आफत बनकर बरसी है। बारिश के कारण चट्टान टूटने की सूचना देर रात मिली थी, जिसके बाद एसडीआरएफ सहित जिला प्रशासन की टीम मौके पर रेस्क्यू के लिए पहुंची थी, लेकिन रात को रेस्क्यू करने में आ रही दिक्कतों के कारण अभियान को रोकना पड़ा। था। इसके बाद सुबह फिर रेस्क्यू शुरू किया गया, लेकिन लगातार बारिश चुनौती बनी हुई है।
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जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने अवगत कराया है कि पुलिस के माध्यम से प्राप्त सूचना के अनुसार केदारनाथ यात्रा मार्ग गौरीकुंड डाटपुलिया के समीप भारी भू-स्खलन से लापता होने वाले 13 लोगों के जिनमें तीन स्थानीय, 13 नेपाल मूल के और तीन अन्य राज्य के बताए जा रहे हैं। वहीं जिलाधिकारी ने भू-स्खलन के कारण लापता हुए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि जिला प्रशासन पीड़ित परिवारों के साथ है। उन्होंने सर्च रेस्क्यू कार्य में लगी डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ, पुलिस एवं प्रशासनिक टीमों को रेस्क्यू कार्य को तत्परता के साथ सावधानी एवं सतर्कता से करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने घटना स्थल पर हो रहे भू-स्खलन से आवाजाही को सावधानी से कराने के निर्देश दिए तथा टीमों को सतर्कता से कार्य करने के निर्देश दिए।
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आपदा प्रबंधन को लेकर मुख्यमंत्री धामी ने अफसरों से लगातार काम करते रहने को कहा है। मुख्यमंत्री धामी ने सोशल मीडिया पर लिखा “आपदा कंट्रोल रूम पहुंचकर प्रदेश में हो रही भारी बारिश के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक कर अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी ली। बैठक के दौरान गौरीकुंड डाट पुलिया (रुद्रप्रयाग) के समीप भूस्खलन से हुए नुकसान और जिला प्रशासन, SDRF द्वारा जारी राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। भारी बारिश के दृष्टिगत जिलाधिकारियों सहित SDRF की टीमों एवं स्थानीय प्रशासन को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने हेतु निर्देशित किया। स्वयं भी हर परस्थिति की लगातार मॉनिटरिंग कर रहा हूं।”
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