अंकिता हत्याकांडः दरिंदगी की सारी हदें पार, भाई का छलका दर्द। परिजनों ने रोका अंतिम संस्कार..
ऋषिकेश एम्स में अंकिता भंडारी के शव का पोस्टमार्टम किया गया। प्राथमिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अंकिता के शरीर पर चोटों के कई निशान पाए गए हैं। हालांकि प्राथमिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक अंकिता की मौत पानी में डूबने के कारण हुई है। शनिवार को एम्स के चार चिकित्सकों के पैनल ने अंकिता भंडारी के शव का पोस्टमार्टम किया। प्राथमिक पीएम रिपोर्ट में चिकित्सकों के मुताबिक अंकिता के शरीर पर किसी ब्लंट ऑब्जेक्ट (बिना धार की वस्तु) से की गई चोट के निशान मिले हैं। रिपोर्ट में पानी डूबने से खून में ऑक्सीजन का स्तर कम होने को अंकिता की मौत का कारण बताया गया है। वहीं जब अंकिता के शव को नहर से निकाला गया तो उसकी एक आंख भी बाहर निकली हुई थी। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका जिक्र नहीं है। सोमवार को एम्स लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को अंकिता के शव के पोस्टमार्टम की अंतिम रिपोर्ट मिल जाएगी। अंतिम रिपोर्ट में ही दुष्कर्म होने या न होने की पुष्टि हो पाएगी। पुलिस भी पोस्टमार्टम की अंतिम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। अंकिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद जिलाधिकारी पौड़ी ने बताया रिपोर्ट संभवतया सोमवार को आएगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट को सीधे कोर्ट में पेश किया जाएगा। नियमानुसार रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है।
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इस पूरे मामले में सबसे हैरानी की बात यह है कि एम्स प्रशासन का कहना है कि अंकिता के पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी गई है। वहीं अंकिता हत्याकांड के विवेचना अधिकारी लक्ष्मणझूला थाने के वरिष्ठ उप निरीक्षक मनोहर सिंह रावत का कहना है कि उनको अब तक पोस्टमार्टम कि कोई प्राथमिक रिपोर्ट नहीं मिली है। उधर एएसपी पौड़ी शेखर सुयाल ने कहा कि वह अंकिता के शव को लेकर जा रही एंबुलेंस के साथ श्रीनगर के लिए निकले थे। ऐसे में उनके पास रिपोर्ट से संबंधित जानकारी नहीं है। जबकि एसएसपी पौड़ी गढ़वाल यशवंत सिंह चौहान ने बताया कि विवेचना अधिकारी को पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट मिली होगी। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट अब तक उनके पास नहीं पहुंची है। एम्स के पीआरओ हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को सौंप दी गई है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम की अंतिम रिपोर्ट सोमवार को पुलिस को सौंप दी जाएगी। वहीं लक्ष्मणझूला थाना वरिष्ठ उप निरीक्षक मनोहर सिंह रावत अंकिता की हत्या के मामले की जांच कर रहे हैं। लेकिन एम्स की रिपोर्ट में चीला चौकी प्रभारी श्रद्धानंद सेमवाल को विवेचना अधिकारी बताया गया है।
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परिजनों ने किया अंतिम संस्कार करने से मना
अंकिता भंडारी के भाई अजय सिंह भंडारी के आरोप हैं कि अंकिता को नदी में फेंकने से पहले हत्यारोपियों ने दरिंदगी की सारी हदें पार की थीं। भाई के आरोप हैं कि प्रोविजनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अंकिता के शरीर पर चोट के निशान हैं। परिजनों का साफतौर से कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही अंकिता का अंतिम संस्कार किया जाएगा। मालूम हो कि पुलिस टीम ने अंकिता का शव शनिवार को चीला पावर हाउस की शक्ति नहर से बरामद कर लिया गया था। अंकिता हत्याकांड में उत्तराखंड में उबाल है और प्रदेशभर में शनिवार को विरोध प्रदर्शन हुआ था। शनिवार को देर शाम अंकिता के शव को श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के बेस अस्पताल की मोर्चरी में लाया गया। यहां पर सुरक्षा की दृष्टि से बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया था। परिजनों के निर्णय पर रविवार को श्रीनगर में उनके पैतृक घाट पर शव का अंतिम संस्कार होना तय किया गया था। शनिवार को शव के अंतिम संस्कार के लिए एनआईटी घाट पर प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी की गई थी। लेकिन पार्थिव शरीर के यहां पहुंचने में रात होने के कारण अंतिम संस्कार नहीं हो पाया था। अंकिता के मौसा एमएस राणा ने बताया था कि अंतिम संस्कार रविवार सुबह किया जाएगा, लेकिन आज परिजनों ने अंतिम संस्कार को मना कर दिया। अंकिता के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि वह पुलिस की जांच से संतुष्ट हैं लेकिन जब तक दोषियों को फांसी की सजा नहीं मिल जाती उन्हें न्याय नहीं मिलेगा।
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