उत्तराखंड में फिर गहराया बिजली संकट, पड़ रही कटौती की मार। फाल्ट आने की शिकायतें भी बढ़ी..
उत्तराखंड में भारी वर्षा के दौर के बीच बिजली संकट मंडराने लगा है। जल विद्युत परियोजनाओं में उत्पादन गिरने और बाजार में बिजली महंगी होने से ऊर्जा निगम की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मांग के सापेक्ष उपलब्धता न होने से आपूर्ति प्रभावित हो रही है। साथ ही मौसम की मार के कारण जगह-जगह फाल्ट आने से भी बत्ती गुल हो रही है। घंटों कटौती होने से आमजन बेहाल हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों में भी भारी कटौती होने लगी है। हालांकि, ऊर्जा निगम का दावा है कि आवश्यकता के अनुसार राष्ट्रीय बाजार से अतिरिक्त बिजली खरीद कर आपूर्ति सुचारू रखने का प्रयास किया जा रहा है।
यह भी पढ़ेंः चंडीगढ़ः उत्तराखंड के युवक का रेलवे ट्रैक पर कटा शव मिला, कई दिनों से था लापता…
प्रदेश में कई दिनों से लगातार हो रही भारी वर्षा बिजली उत्पादन को झटका दे रही है। नदियों में भारी मात्रा में गाद आने और जल स्तर बढ़ने से टरबाइन थम रही है। वर्षा का सबसे ज्यादा असर छिबरो, खोदरी, ढकरानी, ढालीपुर आदि परियोजनाओं पर दिख रहा है। टोंस और यमुना में अधिक मात्रा में गाद आने के कारण परेशानी बढ़ी है। वहीं, अन्य राज्यों में भी बिजली की मांग बढ़ने के कारण राष्ट्रीय बाजार में बिजली के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं, जिससे ऊर्जा निगम की चुनौतियां बढ़ गई हैं। फिलहाल, ऊर्जा निगम की ओर से केंद्र सरकार से अनावंटित बिजली में से 300 मेगावाट बिजली मांगी गई है, जिस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है। मध्य प्रदेश स्थित झाबुआ पावर प्लांट से भी 64 मेगावाट बिजली देने का आग्रह किया गया। फिलहाल, ऊर्जा निगम को पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही है।
यह भी पढ़ेंः निर्यात तैयारी सूचकांक में उत्तराखंड शीर्ष पहाड़ी राज्य, देश में पाया नौवां स्थान..
वहीं वर्षा के कारण दून में जगह-जगह विद्युत उपकरणों में फाल्ट आने की शिकायतें बढ़ गई हैं, जिससे कई घंटे क्षेत्रवासियों को अंधेरे में गुजारने पड़ रहे हैं।
विद्युत आपूर्ति की वर्तमान स्थिति
जल विद्युत से उत्पादन, 14-16 एमयू
सोलर से उत्पादन, 0.50-80 एमयू
केंद्र से आवंटित अंश, 18-21 एमयू
बिजली खरीद, 2-4 एमयू
कुल उपलब्धता, 35-40 एमयू
कुल मांग, 38-42 एमयू।
यह भी पढ़ेंः उत्तराखंडः आज भारी वर्षा का दौर रहेगा जारी। कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट, बाकी के लिए भी चेतावनी..