छात्र-छात्राओं ने चलाया स्वच्छता अभियान, कई कुन्तल कूड़ा एकत्रित। लोगों को किया जागरूक..
केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग गोपेश्वर की ऊखीमठ रेंज के अन्तर्गत रासी / मदमहेश्वर अनुभाग के तत्वावधान में मदमहेश्वर घाटी के विभिन्न विद्यालयों में स्वच्छता अभियान चलाकर कई कुन्तल कूड़ा एकत्रित कर नष्ट किया गया तथा स्वच्छता गोष्ठियों के माध्यम से विभिन्न विद्यालयों में अध्ययनरत नौनिहालों कौन स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया साथ ही विभागीय अधिकारियों द्वारा विभिन्न गांवों में घर – घर जाकर ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग गोपेश्वर ऊखीमठ रेंज के अनुभाग रासी / मदमहेश्वर के अधिकारियों द्वारा जीआईसी रासी, जूनियर हाईस्कूल गौण्डार तथा प्राथमिक विद्यालय रासी व गौण्डार में अध्यापकों व नौनिहालों के सहयोग से स्वच्छता अभियान चलाकर कई कुन्तल कूड़ा एकत्रित कर नष्ट किया गया साथ ही विभाग द्वारा राऊलैंक व उनियाणा में घर – घर जाकर ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। मदमहेश्वर घाटी के विभिन्न विद्यालयों में आयोजित स्वच्छता गोष्ठियों को सम्बोधित करते हुए वन दरोगा कुलदीप नेगी ने कहा कि स्वास्थ्य शरीर के लिए स्वच्छता अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता से मानव का शरीर व प्रकृति का आंचल हमेशा हरा – भरा रहेगा।
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वन दरोगा महेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि स्वच्छता में ईश्वर का वास होता है तथा स्वच्छता से ही मनुष्य सदैव सत मार्ग पर अग्रसर होता है। जीआईसी रासी प्रधानाचार्य प्रदीप पुष्वाण ने कहा कि प्लास्टिक का प्रयोग धरती के लिए अभिशाप है इसलिए प्लास्टिक का प्रयोग पूर्णतया प्रतिबन्धित होना चाहिए। वन आरक्षी मोनिका राणा ने कहा कि स्वच्छता होने पर ही स्थानीय पर्यटन व्यवसाय में इजाफा हो सकता है तथा प्रकृति का श्रृंगार भी यथावत रह सकता है। अशुं पुण्डीर ने कहा कि भारत ही नहीं बल्कि आज सम्पूर्ण विश्व पर्यावरण समस्या से जूझ रहा है इसलिए प्रकृति के संरक्षण व संवर्धन के लिए सभी को आगे आना होगा। शिक्षाविद कमल सिंह नेगी ने कहा कि स्वच्छता से मनुष्य हमेशा निरोग रहता है तथा स्वच्छता से ही मनुष्य जीवन के लक्ष्यों को पार कर सकता है। इस मौके पर प्रधान राऊलैंक कमलेन्द्र नेगी, बीर सिंह पंवार, वन आरक्षी आशीष सिंह, सुमित जोशी, अनील कुमार, राजेश त्रिवेदी, धर्मेन्द्र चौहान, रमेश जगवाण पवन बिष्ट सहित विभिन्न गांवों के जनप्रतिनिधि, अध्यापक, ग्रामीण व नौनिहाल मौजूद थे।
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