बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से होय! बिहार सियासी उलटफेर से निकले ये 12 बड़े संदेश…
बिहार में विधानसभा चुनाव के महज ढाई साल बाद ही भाजपा और जदयू गठबंधन में दरार आ गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर एनडीए में सम्मान न मिलने की बात कर कर गठबंधन से बाहर निकलने का एलान किया। पांच साल में यह दूसरी बार है, जब नीतीश कुमार ने पाला बदलने का एलान किया है। बिहार में आज मंगलवार को बड़ा सियासी उलटफेर हुआ। नीतीश कुमार ने बीजेपी से अलग होने का फैसला किया और जदयू की बैठक में इस पर मुहर लगा दी। यह दूसरा मौका है, जब नीतीश कुमार ने अपने पुराने सहयोगी बीजेपी से नाता तोड़ा है। इससे पहले नीतीश कुमार 2013 में बीजेपी से अलग हुए थे हालांकि 2017 में वे महागठबंधन का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ आ गए थे। बिहार में अब जदयू, आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों के महागठबंधन वाली नई सरकार होगी। हालांकि इस बार भी मुख्यंमत्री नीतीश कुमार ही होंगे। तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम बन सकते हैं। उन्होंने गृह मंत्रालय की भी मांग की है। बिहार की राजनीति में हुए उलटफेर का असर देश की राजनीति पर भी पड़ेगा।
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इस घटनाक्रम के बाद 11 बड़े संदेश सामने आ रहे हैं…
1- नीतीश कुमार एक ऐसे नेता हैं, जिनका राजनीति में न तो कोई परमानेंट दोस्त है और न ही परमानेंट दुश्मन।
2- नीतीश कुमार को उम्मीद है कि वे बीजेपी का दामन छोड़कर राजद के साथ आकर बिहार में अपना अस्तित्व सुनिश्चित कर सकते हैं।
3- नीतीश अब राष्ट्रीय स्तर पर मोदी के विकल्प के रूप में अपनी पुरानी आशा को फिर से पुनर्जीवित करने की कोशिश कर सकते हैं।
4- बार बार यू टर्न लेने की वजह से 2022 के नीतीश 2013 के नीतीश की तुलना में अपना महत्व कम किया है।
5- महाराष्ट्र में उद्धव सरकार गिरने के बाद नीतीश कुमार ने बीजेपी से नाता तोड़कर विपक्ष को नया जोश देने का काम किया है।
6- भाजपा अब बिहार में नंबर एक पार्टी के रूप में उभरने की अपनी आशा पर खुलकर काम कर सकेगी।
7- नीतीश का जाना यानी एक और पुराने सहयोगी को खोना 2024 से पहले बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
8- बीजेपी लालू और विपक्ष के खिलाफ भ्रष्टाचार विरोधी अभियान तेज करेगी।
9- कांग्रेस जैसी पार्टियों के पास बिहार और हिंदी भाषी क्षेत्रों में सीमित विकल्प हैं, लेकिन वे बड़ी स्थानीय पार्टियों के साथ गठबंधन कर अहम भूमिका में आ सकते हैं।
10- अब नीतीश कुमार ममता, केजरीवाल और गांधी परिवार के साथ विपक्षी नेतृत्व का चेहरा बनने वाले उम्मीदवारों में से एक हैं।
11- महाराष्ट्र में हाल में जिस तरह बीजेपी ने उद्धव सरकार को गिराया, उससे नीतीश सतर्क हुए।
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राजभवन में कल शाम 4 बजे होगा शपथ ग्रहण समारोह
नीतीश कुमार एक बार फिर से महागठबंधन में घर वापसी कर रहे हैं। आज शाम चार बजे नीतीश कुमार इस्तीफा दे दिया है। कल बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश महागठबंधन के साथ नई सरकार बनाएंगे। शपथ ग्रहण समारोह बुधवार शाम को 4 बजे होगा। तेजस्वी यादव बिहार ने उपमुख्यमंत्री होंगे।
बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक खत्म
बिहार बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक खत्म हो गई है। उस बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने दो टूक कह दिया है कि बिहार की जनता नीतीश कुमार को सबक सिखाने वाली है। बैठक में रविशंकर प्रसाद ने भी कहा है कि नीतीश ने एक बार फिर जनादेश का अपमान किया है।
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