केदारनाथः 10 महीने में 5वीं बार हुआ हिमस्खलन, इसी ग्लेशियर के टूटने से 2013 में आई थी आपदा। सहमे लोग..

0
Avalanche in Kedarnath for the 5th time in 10 months. Hillvani News

Avalanche in Kedarnath for the 5th time in 10 months. Hillvani News

केदारनाथ में चोराबाड़ी ग्लेशियर जोन में हिमस्खलन हुआ है। इससे काफी देर तक बर्फ का गुबार उठता रहा। इस दौरान केदारनाथ धाम में मौजूद कई श्रद्धालुओं ने इस घटना को अपने मोबाइल में कैद किया। आपको बता दें कि इसी जोन से जून 2013 की आपदा में भी भारी मात्रा में मलबा और पानी आया था। बीते दस माह में हिमस्खलन (एवलांच) की यह पांचवीं घटना है। बीते वर्ष सितंबर-अक्तूबर में भी इसी क्षेत्र में एवलांच आया था।

यह भी पढ़ेंः सुनहरा मौकाः देहरादून में दो हजार से ज्यादा पदों पर होगी भर्ती, पढ़ें पूरी जानकारी..

आज बृहस्पतिवार को सुबह लगभग सवा सात बजे केदारनाथ से करीब चार किमी पीछे चोराबाड़ी ताल के ऊपरी क्षेत्र में स्थित ग्लेशियर के एक हिस्से में हिमस्खलन हुआ। इस दौरान पांच से सात मिनट के लिए क्षेत्र में बर्फ का गुबार उठा। जिस तरह से बर्फ का गुबार तेजी से नीचे की तरफ खिसक रहा था, उससे अनुमान लगाया गया कि काफी ऊंचाई से भारी मात्रा में नई बर्फ टूटकर गिरी है। इस दौरान केदारनाथ मंदिर, मंदिर परिसर और गोल चबूतरे में मौजूद श्रद्धालुओं ने इस घटना को अपने मोबाइल में कैद किया।

यह भी पढ़ेंः उत्तराखंडः इस स्कूल की प्रधानाध्यापिका को किया गया निलंबित, पढ़ें क्या है पूरा मामला..

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि एवलांच से केदारनाथ मंदिर सहित संपूर्ण केदारपुरी को किसी प्रकार से कोई नुकसान नहीं हुआ है। यह घटना मंदिर क्षेत्र से लगभग छह किमी दूर हुई है। उन्होंने बताया कि कपाट खुलने के बाद से केदारनाथ क्षेत्र में बर्फबारी के चलते एवलांच की घटना हुई है, जो सामान्य प्रक्रिया है। उधर, वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी देहरादून के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. मनीष मेहता ने बताया कि हिमालय क्षेत्र में एवलांच सामान्य घटना है।

यह भी पढ़ेंः उत्तराखंडः शिक्षकों को जबरन रिटायर करेगी सरकार, जानें क्यों लिया यह फैसला..

Rate this post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिलवाणी में आपका स्वागत है |

X