UKSSSC मामले में एक और शिक्षक गिरफ्तार, गजब है शिक्षक बनने की कहानी। अब तक 29 गिरफ्तार..
UKSSSC Paper Leak Case: सरकारी रोजगार घोटाले के हाकमो को नेस्तनाबूद करने में एसटीएफ को एक और सफलता मिली है। उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भर्ती पेपर लीक मामले में तीसरे शिक्षक को गिरफ्तार किया है। यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में यह अब तक की 29वीं गिरफ्तारी है। उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स ने कुमाऊं के दो रिजॉर्ट में नकल की पोल खोल दी है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भर्ती पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने बेसिक शिक्षक बलवंत सिंह रौतेला को गिरफ्तार किया है। यह राजकीय प्राथमिक विद्यालय, लोहाघाट में तैनात है। गिरफ्तार शिक्षक पहले पीसीओ चलाने से लेकर छोटे इलेक्ट्रॉनिक्स सामान बेचने का काम करता था। यह बेचते-बेचते वह शिक्षक बन गया। पूछताछ में गिरफ्तार शिक्षक ने कई राज उगले। यह नकल माफिया शशिकांत का दाहिना हाथ था।
यह भी पढ़ेंः उत्तराखंडः JCO धर्मेंद्र गंगवार को दी गई नम आंखों से विदाई, अंतिम यात्रा में उमड़े हजारों लोग..
बता दें कि शशिकांत के कुमाऊं रीजन में अपने खुद के चार ऑनलाइन एग्जाम सेंटर है, जहां 40 से अधिक परीक्षाएं आयोजित की गई, जिसे बीते कल गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार शिक्षक बलवंत सिंह रौतेला से पूछताछ में खुलासा हुआ कि सामूहिक पेपर लीक में दो रिजॉर्ट में नकल करने वाले 55 से 60 स्टूडेंट्स इकट्ठा हुए। एसटीएफ ने रिजॉर्ट सामूहिक पेपर लीक में शिक्षक बलवंत को गिरफ्तार किया। इसके द्वारा करीब 40 छात्रों को इकठ्ठा कर के उत्तर प्रदेश के नकल माफिया शशिकांत के माध्यम से पेपर लीक किया गया था। अधिकांश छात्रों को चिन्हित कर लिया गया है, जो परीक्षा से पूर्व दो रिजॉर्ट में रुके थे। दस्तावेजी साक्ष्य में इसकी पुष्टि हुई है। आपको बता दें कि इस भर्ती कांड में यह तीसरे सरकारी शिक्षक की गिरफ्तारी है। इससे पहले अटल उत्कृष्ठ राजकीय इंटर कॉलेज नैटवाड़ के शिक्षक तनुज शर्मा और राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मलसूना कांडा जिला बागेश्वर के शिक्षक जगदीश गोस्वामी को गिरफ्तार किया जा चुका है।
यह भी पढ़ेंः September New Rules 2022: 1 सितंबर से बदल जाएंगे ये नियम, जेब पर पड़ेगा सीधा असर। जानिए..