केदारघाटी सहित विभिन्न क्षेत्रों में आफत की बारिश से हुआ जनजीवन अस्त-व्यस्त..
केदार घाटी सहित विभिन्न इलाकों में हुई आफत की बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कुण्ड-चोपता राष्ट्रीय राजमार्ग पर जैबरी के निकट भूस्खलन होने तथा मलवा आने से राजमार्ग पर लगभग 7 घण्टे यातायात बाधित रहा। रुद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड नेशनल हाईवे पर जगह-जगह मलबा आने से हाईवे पर आवाजाही करना जोखिम भरा हो गया है। मन्दाकिनी नदी सहित सहायक नदियों का जल स्तर उफान में आने तथा गाड़-गदेरों के बढ़ने से आपदा प्रभावित में भय बना हुआ है। गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर यात्रियों की सुविधा के मध्य नजर प्रशासन ने जगह-जगह एसडीआरएफ के जवानों को तैनात कर दिया है। मूसलाधार बारिश होने से ऊंचाई वाले इलाकों के तापमान में गिरावट महसूस की जा रही है जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश के कारण काश्तकारों की फसलें खासी प्रभावित हो रही है। बता दें कि केदार घाटी सहित सभी क्षेत्रों में शुक्रवार देर रात से शनिवार सुबह तक मूसलाधार बारिश होने से जनजीवन खासा प्रभावित रहा। कुण्ड-चोपता राष्ट्रीय राजमार्ग पर जैबरी के निकट भूस्खलन होने तथा मलबा आने से यातायात लगभग सात घन्टे बाधित रहा तथा राजमार्ग का लगभग 25 मीटर हिस्सा खतरे की जद में आ गया है। तहसीलदार दीवान सिंह राणा व राजमार्ग के अधिकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग का जायजा लिया। इस दौरान दोनों तरफ दर्जनों वाहन फसे रहे।
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कुण्ड-ताला के मध्य कई स्थानों पर मलबा आने से राजमार्ग पर आवाजाही करना जानलेवा बना हुआ है। ऊखीमठ क्षेत्र में नालों के उफान में आने के कारण काश्तकारों की खेतों व फसलों को खासा नुकसान पहुंचने की सूचना है। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य विनोद रावत ने बताया कि मूसलाधार बारिश के कारण नदी-नालों के उफान में आने के कारण ग्रामीणों की रातों की नींद हराम हो गयी है। रुद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड नेशनल हाईवे पर भी जगह-जगह मलबा आने से हाईवे पर सफर करना जानलेवा बना हुआ है। गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के मध्यनजर प्रशासन ने जगह-जगह एस डी आर एफ के जवानों को तैनात कर दिया है। सरस्वती विद्या मन्दिर प्रबन्ध समिति कोषाध्यक्ष महिपाल बजवाल ने बताया कि विद्यालय के निचले हिस्से में भूस्खलन होने से एक भवन खतरे की जद में आ गया है। प्रधान रासी कुन्ती नेगी ने बताया कि क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश के कारण ऊखीमठ-मनसूना-रासी मोटर मार्ग पर सफर करने जोखिम भरा हो गया है। भेड़ पालक प्रेम भटट् ने बताया कि क्षेत्र में हो रही बारिश से ऊंचाई वाले इलाकों के तापमान में गिरवट महसूस की जा रही है। काश्तकार बलवीर राणा ने बताया कि निचले क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश होने से काश्तकारों की फसलों को खासा नुकसान पहुंच रहा है।
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