ध्यान दें! 15 अगस्त है E-KYC कराने का आखिरी मौका, वरना नहीं मिलेगी किसान सम्मान निधि..
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ ले रहे किसानों के लिए ई-केवाईसी कराना अनिवार्य है। ई-केवाईसी कराने की प्रक्रिया महीनों से चल रही है। कृषि मंत्रालय के मुताबिक पीएम किसान के तहत रजिस्टर्ड किसानों में से अधिकतर ने यह काम करा लिया है। हालांकि अभी भी कुछ किसान बचे हुए हैं। उन्हें भी जल्द ही ई-केवाईसी करा लेनी चाहिए। इसी को ध्यान में रखते हुए कृषि मंत्रालय ने एक बार फिर से ई-केवाईसी कराने के लिए अंतिम तिथि में बढ़ोतरी की थी किसान अब यह काम 15 अगस्त तक करा सकते हैं। किसान आधार के साथ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी मंगाकर खुद से और बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन प्रोसेस के जरिए अपने नजदीकी सीएससी सेंटर में जाकर यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
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जल्द आएगी पीएम किसान की 12वीं किस्त
पीएम किसान योजना के तहत अभी तक 11 किस्त पंजीकृत किसानों को मिल चुकी है। उन्हें अब 12वीं किस्त का इंतजार हैं। पीएम किसान योजना के तहत रजिस्टर्ड प्रत्येक किसान परिवार को हर साल 6000 रुपए दिए जाते हैं। उनके बैंक अकाउंट डीबीटी के जरिए में 2-2 हजार रुपए की राशि तीन किस्तों में भेजी जाती है। 11वीं किस्त का लाभ देशभर के 10 करोड़ से अधिक किसानों को मिला है। जल्द ही उनके खाते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12वीं किस्त देशभर के किसानों को भेजने वाले हैं। आपको बता दें कि आर्थिक रूप से कमजोर किसानों की मशीनरी, बीज व खाद की आवश्यकता को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने 2019 में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना शुरू की थी। उत्तराखंड में 9.14 लाख किसानों को सम्मान निधि मिलती है।
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15 अगस्त तक केवाईसी कराने के लिए अंतिम मौका
बीते दिनों केंद्र ने योजना का लाभ ले रहे किसानों के लिए केवाईसी अनिवार्य कर दी, इसके लिए 31 जुलाई तक का समय दिया गया था। इस अवधि तक उत्तराखंड प्रदेश के 5.76 लाख किसानों ने केंद्र के पोर्टल पर केवाईसी करा ली थी। जबकि 3.38 लाख से अधिक किसानों ने अब तक केवाईसी नहीं कराई है। केंद्र ने 15 अगस्त तक केवाईसी कराने के लिए अंतिम मौका दिया है। इसके बाद केवाईसी नहीं कराने वाले किसानों की सम्मान निधि बंद हो जाएगी। सचिव कृषि की ओर से सभी जिलाधिकारियों को उस वक्त निर्देश दिए गए थे कि सम्मान निधि पाने वाले सभी किसानों की केवाईसी को मिशन मोड में पूरा किया जाए।
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