बेहतरीन टूरिस्ट स्पॉट है सहस्त्रधारा, यह अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए है मशहूर..
देहरादून अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए मशहूर है। देहरादून और इसके आसपास कई खूबसूरत और ऐतिहासिक पर्यटन स्थल मौजूद हैं। इन्हीं पर्यटन स्थलों में से एक सहस्त्रधारा है। सहस्त्रधारा असीम शांति के लिए एक बेहतरीन टूरिस्ट स्पॉट है। सहस्त्रधारा की खास बात यह है कि यहां मैग्नीशियम, चूना पत्थर और बेसाल्ट चट्टानों से होते हुए सैकड़ों जल धाराओं का प्रवाह होता है। इससे यहां का नजारा काफी खूबसूरत दिखाई देता है। अपने नाम के अनुरूप सहस्त्रधारा में ढेर सारे झरनों का समूह है। सहस्त्रधारा बलदी नदी और गुफाओं से युक्त मनोहारी दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। गुफाओं से बहते पानी का नजारा काफी आकर्षक होता है। यहां की प्राकृतिक खूबसूरती देखने लायक होती है। यहां गुफा और एक प्राचीन शिव मंदिर भी है। कहते हैं कि गुरू द्रोणाचार्य ने यहां पर तपस्या की थी।। गर्मी से परेशान होकर उन्होंने भगवान शिव से एक आशीर्वाद प्राप्त किया, कि यहां हमेशा पानी टपकता रहे, और तब से लगातार पानी टपक रहा है।
प्रसिद्ध हैं औषधीय झरने और गंधक के पानी के प्राकृतिक स्रोत
सहस्त्रधारा गंधक के पानी के प्राकृतिक स्रोत के लिए भी काफी प्रसिद्ध है। यही वजह है कि यहां लाखों की संख्या में सैलानी गंधक के पानी में स्नान करने के लिए यहां का रुख करते हैं, लेकिन मौजूदा समय में गंधक के पानी का स्रोत सूख गया है ओर अब सिर्फ एक नल धारा नजर आती है। आपदा में पूरा तालाब बहने के बाद कृत्रिम तालाब बनाया गया लेकिन उसमें भी पानी नहीं है। गंधक के पानी से नहाने से चर्म रोग दूर हो जाते हैं। मान्यता है कि गंधक युक्त औषधीय पानी से मुहांसे, गठिया, मांसपेशियों के दर्द और खराब रक्त परिसंचरण जैसे कई रोग ठीक हो सकते हैं। यहां के पानी से स्नान करना शुभ होता है। यहां कई लोग अपने पोलियो से ग्रस्त बच्चों को स्नान करवाने के लिए लेकर आते हैं।
प्राकृतिक स्रोत को संरक्षित करने की जरुरत, सफाई व्यवस्था बहुत ही लचर
बहरहाल सहस्त्रधारा के गंधक के पानी के प्राकृतिक स्रोत को संरक्षित करने की जरुरत हैं। क्योंकि मौजूदा समय में यहां गंधक के पानी के स्रोत की स्थिति बेहद खराब हो गयी है। जिससे आने वाले समय में भी सैलानी इस स्रोत में स्नान कर सके। वहीं मौजूदा समय में सहस्त्रधारा की स्थिति कुछ ठीक नहीं लग रही है। जिस वजह से यहां आने-वाले सैलानी नाखुश नजर आते हैं। यहां सफाई व्यवस्था बहुत लचर है और इसके लिए प्रशासन को कोई मुकम्मल व्यवस्था करनी चाहिए। हालांकि फिर भी सहस्त्रधारा में आने वाले सैलानियों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। अगर सफाई व्यवस्था अच्छी होगी तो और भी अधिक संख्या में सैलानी यहां पहुंचेंगे।
सहस्त्रधारा में मौजूद है कई छोटी छोटी गुफाएं
सहस्त्रधारा में प्राकृतिक रूप से तराशी हुई कई छोटी छोटी गुफा हैं। इन गुफाओं में भी पानी टपकता रहता है। जिस समय देश में गर्मी अपने चरम पर होती है, उस समय बड़ी संख्या में लोग तपिश से बचने के लिए यहां आते हैं। इस समय देश व प्रदेश में गर्मी अपने चरम पर है, जिसके चलते बड़ी संख्या में लोग तपिश से बचने के लिए यहां पहुंच रहे हैं। साथ ही आपकों बता दें कि सुरक्षा की दृष्टि से यहां घूमने का सही समय अप्रैल से लेकर जून तक का है। यहां बारिशों के समय नदी और झरने अपने उफान पर होते हैं।
वॉटर पार्क और रोपवे है आकर्षण का केंद्र
सहस्त्रधारा में जॉयलैंड वॉटर पार्क व अम्यूज्मेंट पार्क भी मुख्य आकर्षण का केंद्र है। जहां आप पानी नहाने का व खेलने का आंनद उठा सकते हैं तो वहीं अम्यूज्मेंट पार्क में आप कई झुलों सहित कई राइड्स का लुफ्त उठा सकते हैं। वह भी किफायती टिकट पर… यहां आपको ठहरने के लिए रूम भी मिल जाएंगे तो फूड भी आसानी से मिल जाता है। वहीं साथ ही यहां रोपवे भी लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र है। सहस्त्रधारा से लगभग तीन हजार मीटर की ऊंचाई पर जाने के लिए रोपवे का निर्माण किया गया है। यहां मनोरंजन के लिए ओजोन पार्क, सिल्वर फॉल, कॉफी विद नेचर के लिए केफेटेरिया डिस्को थेक, टेरेस रेस्तरां जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
कैसे पहुंचें सहस्त्रधारा
यह खूबसूरत पिकनिक स्पॉट देहरादून शहर से मात्र 14 किलोमीटर दूर स्थित है। इसलिए यहां पहुंचना काफी आसान है। सहस्त्रधारा का नजदीकी हवाई अड्डा लगभग 34 किलोमीटर दूर जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है। यह हवाई अड्डा देश के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। सहस्त्रधारा से नजदीकी रेलवे स्टेशन लगभग 20 किलोमीटर दूर देहरादून में स्थित है। पर्यटक देहरादून से बस या ऑटो की मदद से आसानी से पहुंच सकते हैं।