प्रसिद्ध फूलों की घाटी समय से पहले होने लगी गुलजार, अगले माह से पर्यटक कर सकेंगे प्राकृतिक सौंदर्य के दीदार..
उत्तराखंडः उत्तराखंड स्थित विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी में इस साल समय से पहले ही फूल खिलने शुरू हो गए हैं। यहां इन दिनों आधा दर्जन से अधिक किस्मों के फूल खिल गए हैं। आम तौर से यहां फूल जून के महीने में खिलते हैं, लेकिन माना जा रहा है कि इस बार चूंकि बर्फ़ जल्दी पिघल गई है इसलिए फूल भी जल्दी खिलने लगे हैं। इस बार यहां कई किस्मों के फूल खिलने की उम्मीद जताई जा रही है। फूलों की घाटी विभिन्न तरह के फूलों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर अक्सर मई के आखिरी और जून के प्रथम सप्ताह से फूल खिलने शुरू हो जाते हैं। एक जून से घाटी पर्यटकों के लिए खोल दी जाएगी, लेकिन इस बार घाटी में दो सप्ताह पहले ही कई तरह के फूल खिल चुके हैं, जिसमें पोटैंटिला, वाइल्ड रोज, मोरया लोगी, फूलीया, प्रिमुला आदि फूल शामिल हैं। 87.50 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली घाटी उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित है।
बताया जा रहा है कि इस बार उत्तराखंड में बर्फबारी अच्छी हुई, लेकिन उसके बाद गर्मी भी ज़बरदस्त रही। मार्च और अप्रैल के महीनों में तापमान रिकॉर्ड तोड़कर चढ़ता रहा और बारिश रिकॉर्ड तोड़ घटती रही। इसी हीट का असर है कि इस बार फूलों की घाटी में मई के मध्य में ही बर्फ़ पिघल चुकी है। बर्फ के पिघलने के साथ ही घाटी में फूलों के खिलने का सिलसिला शुरू हो जाता है। फूलों की घाटी सैलानियों के लिए 1 जून से खोली जा रही है। चार धाम यात्रा के धार्मिक पर्यटन के बाद उत्तराखंड के प्राकृतिक पर्यटन के लिहाज़ से यह घाटी दुनिया भर में मशहूर है। यहां पर बर्फ पिघलने के बाद फूलों के पौधों में नई कोंपलें आने लगती हैं और इसके साथ ही उनमें फूल खिलने का सिलसिला शुरू हो जाता है।
यह भी पढ़ेंः हम ध्यान को छोड़ धन की ओर भाग रहे हैं…
जुलाई-अगस्त में खिलते हैं 300 से अधिक प्रजाति के फूल
घाटी में इस वर्ष फूल खिलने का दौर दो सप्ताह पहले ही शुरू हो गया है। उच्च हिमालयी क्षेत्र में बर्फ जल्द पिघलने के कारण ऐसा हो रहा है। अभी वहां कई तरह के फूल खिल चुके हैं। घाटी एक जून से पर्यटकों के लिए खोली जाएगी। फूलों की घाटी जुलाई और अगस्त महीने में अपने चरम पर होती है। इस दौरान घाटी में 300 से अधिक प्रजाति के फूल खिलते हैं। इसी समय यहां देश-विदेश के सबसे अधिक सैलानी फूलों का दीदार करने आते हैं। इन दो महीनों तक घाटी पर्यटकों से गुलजार रहती है।
यह भी पढ़ेंः उत्तराखंडः अगले 24 घंटे के लिए येलो अलर्ट जारी, मौसम विभाग ने दी चेतावनी..