पहाड़ के लाल ने नेशनल एमएमए चैंपियनशिप में जीता गोल्ड, 20 राज्यों के प्रतिभागियों को किया परास्त..
रुद्रप्रयाग: एमएमए (MMA) यानी मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स फाइट एक उभरता हुआ खेल है जो युवाओं के बीच में काफी लोकप्रिय हो रहा है। इस खेल में शारीरिक दम-खम के साथ ही विरोधी फाइटर के दांव-पेंच समझने के लिए दिमाग भी तेज चाहिए। इस खेल में उत्तराखंड के पहाड़ी लड़के अपने दमदार पंच और किक से विरोधियों को पस्त कर रहे हैं। एमएमए प्रतियोगिता में रुद्रप्रयाग जिले के उदय प्रताप सिंह बर्त्वाल पुत्र गम्भीर सिंह बर्त्वाल ग्राम कुमोली मालकोटी ने सीनियर मिडिल वेट में तमिलनाडु, हैदराबाद और महाराष्ट्र को पराजित करते हुए स्वर्ण पदक अर्जित किया है।
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उदय प्रताप सिंह बर्त्वाल रुद्रप्रयाग जिले के कुमोली मालकोटी गांव के रहने वाले हैं। उनकी माता लीला बर्त्वाल हैं और पिता का नाम गंभीर सिंह बर्त्वाल है जो कोमोली मालकोटी ग्रामसभा के ग्राम प्रधान भी रह चुके हैं। उदय की प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा कक्षा 6 तक रुद्रप्रयाग के सरस्वती शिशु मंदिर में हुई, जिसके बाद आगे की शिक्षा के लिए वो भोपाल, मध्यप्रदेश चले गए। भोपाल में ही उन्होंने सबसे पहले कुंग्फु-कराटे सीखना शुरू किया। वहीं उन्होंने अपनी जिंदगी के लिए नई राह तलाशी। भोपाल की साइंस एकेडमी धार से उदय ने 12वीं पास की और वहीं ट्रेनिंग करते रहे। इसके बाद उदय वापस उत्तराखंड लौट आये। मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में ही करियर बनाने के लिए महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज देहरादून में एडमिशन लिया और अभी यहीं से BBA में ग्रेजुएशन कर रहे हैं।
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मिक्स मार्शल आर्ट की 6th बेंगलुरु ओपन एमएमए चैंपियनशिप में उत्तराखंड में रूद्रप्रयाग जिले के उदय प्रताप सिंह बर्त्वाल ने सीनियर मिडिल वेट में भारत के 20 राज्यों से आये हुए फाइटर को पराजित करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। उदय अब प्रोफेशनल फाइटिंग में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करना चाहते हैं और भारत में एमएमए फाइटिंग के नए आयाम स्थापित करना चाहते हैं। हिलवाणी पहाड़ के ऐसे होनहारों को उज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देता है।