उत्तराखंडः ड्राइवर हुआ स्टेयरिंग पर बेहोश। अनियंत्रित हुई 55 लोगों से भरी बस, असिस्टेंट कमांडेंट बना देवदूत..
अचानक बस अनियंत्रित हो गई और 100 की स्पीड से सड़क पर दौड़ने लगी। साथ ही बस का चालक भी स्टेयरिंग पर बेहोश हो गया। बस सवार 55 से अधिक यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। तभी देवदूत बनकर असिस्टेंट कमांडेंट सीआइएसएफ सोनू शर्मा अपनी सीट से उठे और चालक की सीट तक पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कंडक्टर और अन्य यात्रियों की मदद से पहले चालक को सीट से हटाया।इसके बाद असिस्टेंट कमांडेंट से खुद चालक की सीट संभाली और बस में नियंत्रण करते हुए उसे सड़क किनारे रोक दी। जिसके बाद डरे सहमे यात्री एक के बाद एक बस से उतर आए। बता दें कि हल्द्वानी से दिल्ली जा रही रोडवेज बस का चालक संदिग्ध हालात में बेहोश हो गया। इससे बस अनियंत्रित होकर टांडा जंगल रोड पर 100 की स्पीड में दौड़ने लगी। बस सवार 55 से अधिक यात्रियों में चीख-पुकार करने लगे। गनीमत रही कि बस में सीआइएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट भी सवार थे। जिन्होंने सतर्कता बरतते हुए तत्काल चालक को स्टेयरिंग से हटाया और बस को सड़क किनारे लगाकर ब्रेक मार कर रोक दिया। जिसके बाद बस में सवार लोगों ने राहत की सांस ली। यात्रियों का आरोप है कि बस चालक और कंडक्टर दोनों नशे में थे। पुलिस ने चालक पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही बस को भी कब्जे में ले लिया है।
यह भी पढ़ेंः Horoscope 20 June 2023: मंगलवार का दिन राशि वालों के लिए शुभ तो कुछ राशि वालों के लिए सामान्य रहेगा।
बस में 55 से अधिक लोग थे सवार
उत्तराखंड परिवहन निगम की बस यूके-04-पीए-1928 में सवार यात्रियों के मुताबिक सोमवार दोपहर बस हल्द्वानी रोडवेज स्टेशन से दिल्ली के लिए निकली थी। 55 सीटर बस में 55 से अधिक सवारी थी। हल्द्वानी में ही बस चालक ने एक दुकान के पास बस रोकी और कुछ सामान लिया। जिसके बाद हल्द्वानी से बस रुद्रपुर की ओर आ गई। टांडा जंगल स्थित नैनीताल रोड पर अचानक बस अनियंत्रित हो गई और 100 की स्पीड से सड़क पर दौड़ने लगी। साथ ही बस का चालक भी स्टेयरिंग पर बेहोश हो गया। इससे बस टांडा जंगल नैनीताल रोड पर अनियंत्रित हो गई। चालक के स्टेयरिंग पर लेट जाने और तेज रफ्तार अनियंत्रित बस से उसमें सवार यात्रियों के होश उड़ गए। बस में चीख पुकार मचनी शुरू हो गई। यह देख बस में सवार असिस्टेंट कमांडेंट सीआइएसएफ सोनू शर्मा अपनी सीट से उठे और चालक की सीट तक पहुंचे। खुद चालक की सीट संभाली और बस में नियंत्रण करते हुए उसे सड़क किनारे रोक दी। सूचना पर उत्तराखंड रोडवेज के अधिकारी और कर्मचारियों के साथ ही पुलिस भी पहुंच गई। लोगों ने चालक और कंडक्टर का मेडिकल कराने की मांग की। जिस पर पंतनगर थाना पुलिस ने यात्रियों को कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिसके बाद मौके पर पहुंची रोडवेज की दूसरी बस से यात्री दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
यह भी पढ़ेंः उत्तराखंड में बिपरजॉय के प्रभाव से मौसम के तेवर तल्ख, मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट..
एक घंटे तक परेशान रहे यात्री, नहीं मिली कोई मदद
जिसके बाद बस के कंडक्टर ने मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए दूसरी बस या चालक की व्यवस्था किए जाने के लिए संपर्क किया। करीब एक घंटे तक बस में सवार यात्री संजय वन के पास खड़े रहे। उनका कहना था कि कई बार फोन करने के बाद भी न तो रोडवेज कर्मी में से कोई आया और न ही पुलिस ही पहुंची। एआरएम हल्द्वानी सुरेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि कंडक्टर ने सूचना दी थी। यात्रियों के लिए दूसरी बस की व्यवस्था कर दी गई थी। मामले की जांच कराई जा रही है।
ससुराल में बच्चों को छोड़कर जा रहे थे सोनू शर्मा
दिल्ली बस में सवार 55 से अधिक यात्रियों की जान बचाने वाले सोनू शर्मा मूलरूप से दिल्ली के बुराड़ी के रहने वाले हैं। सोनू ने एक समाचार पत्र से फोन पर बताया कि वह वर्तमान में सीआइएसएफ के एसआइ पद पर हैं। उनका असिस्टेंट कमांडेंट के लिए सलेक्शन हो गया है। 26 मई से उनकी हैदराबाद में ट्रेनिंग होनी है। इसके लिए वह सोमवार को अपनी पत्नी और बच्चों को हल्द्वानी भोटिया पड़ाव स्थित ससुराल में छोड़कर दिल्ली से होते हुए हैदराबाद को जा रहे थे।
यह भी पढ़ेंः Viral Video: केदारनाथ के गर्भ गृह में महिला उड़ा रही नोट, जिम्मेदारों ने साधी चुपी। उठे कई सवाल..देखें वीडियो..