केदारनाथ धाम में बार-बार मौसम खराब होने से कर्मियों को हो रही परेशानी, मार्ग खोलना बड़ी चुनौती…
ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले जाने के लिए एक माह का समय शेष रह गया है। श्री केदारनाथ धाम में सभी व्यवस्थाएं दुरस्त करने में सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अपनी व्यवस्थाओं को दुरस्त करने में लगे हैं तथा यात्रा मार्ग से बर्फ को हटाने का कार्य पूर्ण करते हुए आवाजाही हेतु मार्ग खोल दिया गया था किन्तु विगत दिनों से केदारनाथ धाम में बार-बार मौसम खराब होने व भारी बर्फबारी होने के कारण भैंरो ग्लेशियर, कुबेर ग्लेशियर एवं बड़ी लिनचोली के पास बड़े हिमखंड एवं ग्लेशियर आने से यात्रा मार्ग आवाजाही हेतु अवरुद्ध हो गया ।
श्री केदारनाथ धाम यात्रा को सुगम एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए संबंधित विभागों द्वारा की जाने वाली तैयारियों एवं व्यवस्थाओं को मार्च माह के अंत तक चाक- चौबंद करने के निर्देश जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि यात्रा मार्ग को सुचारू करने के लिए डीडीएमए द्वारा भैंरों ग्लेशियर, कुबेर ग्लेशियर एवं बड़ी लिनचोली के पास बर्फ हटाने का कार्य त्वरित गति से किया जा रहा है जिससे कि मार्ग को आवाजाही हेतु जल्द से जल्द शुरू किया जा सके। डीडीएम द्वारा केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग में जिन स्थानों पर मार्ग क्षतिग्रस्त एवं रैलिंग टूटी हुई हैं। उनका मरम्मत कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है ।
साथ ही जल संस्थान द्वारा यात्रा मार्ग में तीर्थ यात्रियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराए जाने के लिए पेयजल स्टेंड पोस्ट, हैंडपम्प एवं पेयजल लाईनों का मरम्मत कार्य तेजी से किया जा रहा है। साथ ही घोड़े-खच्चरों को पानी उपलब्ध कराए जाने के लिए पानी की चरियों के मरम्मत एवं निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है तथा सुलभ इंटरनेशनल द्वारा यात्रा मार्ग में शौचालय निर्माण कार्य त्वरित गति से किया जा रहा है।
इसके साथ ही उनके द्वारा सोनप्रयाग एवं गौरीकुंड में मंदाकिनी नदी में पड़े कचरे की भी सफाई पर्यावरण मित्रों द्वारा तेजी से की जा रही है जिससे कि मंदाकिनी नदी निर्मल एवं स्वच्छ बनी रहे। चिकित्सा विभाग द्वारा तीर्थ यात्रियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए यात्रा मार्ग में स्थापित की जाने वाली एमआरपी केंद्रों का मरम्मत कार्य तेजी से किया जा रहा है। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा भी यात्रा मार्ग में पैच वर्क, डामरीकरण एवं क्षतिग्रस्त दीवारों का मरम्मत कार्य भी तेजी से किया जा रहा है।