कब खुलेंगे 11वें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ के कपाट, इस पर्व पर तिथि होगी घोषित..
करोड़ों हिंदुओं की आस्था के केन्द्र 11वें ज्योर्तिलिंगों में अग्रणी व पर्वतराज हिमालय की गोद में बसे भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने व पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ से धाम रवाना होने की तिथि आगामी 18 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व पर विद्वान आचार्यों, हक – हकूकधारियों, मन्दिर समिति के पदाधिकारियों, अधिकारियों व कर्मचारियों की मौजूदगी में शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में पंचाग गणना के अनुसार घोषित की जायेगी। बद्री – केदार मन्दिर समिति द्वारा कपाट खोलने तथा पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ से धाम रवाना होने की तिथि घोषित होने की तैयारियां शुरू कर दी गयी है। इस बार भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर को लगभग 8 कुन्तल गेंदों से फूलों से सजाया जायेगा तथा विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी महाशिवरात्रि पर्व पर भण्डारे के आयोजन के लिए मन्दिर के अधिकारियों द्वारा दिल्ली व मेरठ के दानियों से वार्ता की जा रही है।
जानकारी देते हुए मन्दिर समिति कार्यधिकारी आर सी तिवारी ने बताया कि भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने तथा पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ से कैलाश रवाना होने की तिथि परम्परानुसार आगामी 18 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व पर विद्वान आचार्यों, हक – हकूकधारियों, मन्दिर समिति के पदाधिकारियों, अधिकारियों व कर्मचारियों की मौजूदगी में पंचाग गणना के अनुसार घोषित की जायेगी तथा मन्दिर समिति द्वारा सभी तैयारियां शुरू कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर ही केदारनाथ, मदमहेश्वर, ओकारेश्वर मन्दिर व विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी तीर्थों में छ: माह ग्रीष्मकालीन पूजा के लिए प्रधान पुजारियों को जिम्मेदारी सौपी जायेगी तथा महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान केदारनाथ व द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर को लगभग 8 कुन्तल गेंदों के फूलों से सजाया जायेगा। उन्होंने बताया कि विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी महाशिवरात्रि पर्व पर ओकारेश्वर मन्दिर में विशाल भण्डारे के आयोजन के लिए दिल्ली व मेरठ के दानियों से वार्ता की जा रही है तथा महाशिवरात्रि पर्व पर वेद पाठियों द्वारा देश की समृद्धि व क्षेत्र की खुशहाली के लिए विशेष पूजा – अर्चना व हवन किया जायेगा।