प्रधानमंत्री मोदी के दौरे से पहले केदारनाथ में बड़ा हादसा, हाई अलर्ट पर प्रशासन।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बदरीनाथ और केदारनाथ धाम दौरे से पहले गरुड़चट्टी के पास आज मंगलवार को हेलीकॉप्टर क्रैश से प्रशासन भी हाई अलर्ट पर आ गया है। चॉपर हादसे में एक पायलट समेत सात तीर्थ यात्रियों की मौत हो गई। पीएम मोदी के दौरे को लेकर पहले ही प्रशासन ने तैयारियां तेज की हुई थी। प्रधानमंत्री मोदी के दौरे से पहले हेलीकॉप्टर क्रैश की घटना के बाद प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था पर लेकर एक बार फिर से नई ड्रिल करनी होगी। पीएमओ से आई एक टीम ने केदारनाथ धाम का निरीक्षण भी किया था। इस दौरान बदरी-केदार मंदिर समिति के अधिकारियों को प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर विशेष दिशा निर्देश दिए गए। बता दें कि 21 और 22 अक्तूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ और बदरीनाथ आने का प्रस्तावित कार्यक्रम है। इसी को लेकर पीएमओ से तीन सदस्यीय एक टीम केदारनाथ पहुंची थी। टीम ने केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह आदि गुरु शंकराचार्य समाधि स्थल और केदारनाथ में चल रहे निर्माण कार्यो का निरीक्षण किया। टीम ने बीकेटीसी के अधिकारियों के साथ वार्ता की साथ ही पीएम के कार्यक्रम को लेकर क्या-क्या तैयारियां की जानी है उसके लिए दिशा-निर्देश दिए। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री केदारनाथ में बाबा केदार के दर्शन, पूजा अर्चना के बाद आदिगुरु शंकराचार्य समाधि स्थल में भी पूजा अर्चना करेंगे। इसके बाद मंदिर परिसर में ही अफसरों से निर्माण कार्यो को लेकर व्यापक जानकारी लेंगे।
यह भी पढ़ेंः केदारनाथ अपडेट! CM धामी ने दिए जांच के आदेश। पायलट समेत 7 की मौत, मृतकों की हुई पुष्टि..
एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर ने भरी उड़ानें
केदारनाथ में पीएम के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर एयरफोर्स के दो हेलीकॉप्टरों ने केदारनाथ में स्थितियों का जायजा लिया। हेलीकॉप्टर ने केदारनाथ के दो चक्कर लगाए। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में सुरक्षा की विशेष तैयारियां की जा रही है। इसके लिए शासन-प्रशासन, पुलिस के साथ एयरफोर्स की टीमें भी सक्रिय हो रखी है।
चिनूक से एटीवी पहुंची केदारनाथ धाम
केदारनाथ के लिए सोमवार को एयरफोर्स के चिनूक हेलीकॉप्टर ने गौचर से उड़ान भरी। जबकि केदारनाथ में लैंडिंग की। इस दौरान चिनूक द्वारा ऑल टेरिन व्हैकल (एटीवी) को केदारनाथ पहुंचाया गया। बताया गया कि अभी दो एटीवी केदारनाथ और पहुंचाई जाएगी।
प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर गौचर में प्रशासन अलर्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ और बदरीनाथ के संभावित दौरे को देखते हुए गौचर में प्रशासन एलर्ट मोड में आ गया है। यहां ईंधन सहित अन्य दिक्कत होने पर इमरजेंसी लैंडिंग की संभावना पर प्रशासन तैयारियां कर रहा है। जिसके लिए हवाई पट्टी सहित पूरे नगर में सुरक्षा सहित अन्य इंतजाम किए जा रहे हैं।
यह भी पढ़ेंः उत्तराखंडः ये कैसे लागू हुई नई शिक्षा नीति? विषय हैं न शिक्षक, कॉलेजों के लिए सिरदर्द बनी नई नीति..
यहां सेना के हेलीकॉप्टर के लैंडिंग और उड़ान को भी इसी दौरे से जोड़कर देखा जा रहा है। एसडीएम संतोष कुमार पांडेय का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित बदरीनाथ और केदारनाथ दौरे को लेकर गौचर में प्रशासन एलर्ट है। यहां सुरक्षा व्यवस्था के लिए तमाम सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं। केदारनाथ में मौसम की खराबी या अन्य कारण से यहां सुरक्षात्मक लैंडिंग की संभावना को देखते हुए प्रशासन तैयारी कर रहा है। एसडीएम ने बताया कि सोमवार को सेना के हेलीकॉप्टर से केदारनाथ सामान पहुंचाया गया।
मुख्यमंत्री धामी ने हेलीकॉप्टर हादसे पर दुख जताया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ के समीप गरुड़ चट्टी में दुर्भाग्यपूर्ण हेलीकॉप्टर क्रैश में कुछ लोगों के हताहत होने का अत्यंत दु:खद समाचार प्राप्त हुआ है। राहत और बचाव कार्य हेतु एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। इस दु:खद घटना के विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए है।
यह भी पढ़ेंः कोरोना के नए वैरिएंट की भारत में दस्तक! विशेषज्ञों ने दी नई लहर चेतावनी, दीपावली में रहें सावधान..
केदारनाथ धाम के कपाट 27 अक्तूबर को होंगे बंद
केदारनाथ धम के कपाट 27 अक्तूबर भैया दूज के अवसर पर बंद होंगे। इसको लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं है। बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर शनिवार शाम 3 बजकर 35 मिनट के लिए बंद कर दिए जाएंगे। जबकि गंगोत्री धाम के कपाट 26 अक्टूबर को 12:01 मिनट पर अनकूट के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाएंगे। गंगोत्री धाम के कपाट 27 अक्तूबर को बंद होंगे।
केदारनाथ में कई बार हिस्खलन हुआ
केदारनाथ धाम के आसपास पिछले कुछ दिनों से लगातार आपदा की आहट हो रही थी। विगत दिनों में कई बार हिमस्खलन से प्रशासन अलर्ट मोड पर आया गया था। हिमस्खलन की बढ़ती घटनाओं ने भू-वैज्ञानिकों को भी चिंता में डाल दिया था।
केदारनाथ धाम के आसपास बार-बार हो रहे हिमस्खलन को देखते हुए जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग ने सख्ती की है। केदारनाथ धाम के पास स्थित चौराबाड़ी और वासुकी ताल पर ट्रैकर्स और पर्यटकों के जाने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है।
यह भी पढ़ेंः Uksssc Paper Leak Case: अध्यक्ष ने बुलाई आज बोर्ड बैठक, परीक्षाओं की होगी एक और जांच..
केदारनाथ धाम में टूटा तीर्थ यात्रियों का रिकॉर्ड
चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में लगातार इजाफ हो रहा है। केदारनाथ, बदरीनाथ सहित चारों धामों में भारी संख्या में तीर्थ यात्री पहुंच रहे हैं। 6 मई से खुले केदारनाथ धाम में 13 अक्टूबर 1459520 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं, जबकि हेलीकॉप्टर से 134578 श्रद्धालु धाम पहुंचे हैं। चारों धामों में अब तक 13 अक्तूबर तक 4194567 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
2013 में आई थी भयानक आपदा
2013 में जून महीने में केदारनाथ धाम में भयानक आपदा आई थी। चौराबाड़ी ताल के टूटने के बाद मंदाकिनी नदी में पानी का जलस्तर अचानक ही बढ़ गया था। नदी का जलस्तर बढ़ने से आपदा आ गई थी। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा आपदाग्रस्त इलाके में तुरंत ही राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया था, लेकिन फिर भी आपदा में कई तीर्थ यात्रियों की जान गई थी। आपदा के बाद केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद केदारनाथ पुनर्निर्माण का कार्य किया जा रहा है।
यह भी पढ़ेंः उत्तराखंड के हर जिलें में खुलेंगे मॉडल कॉलेज, पाठ्यक्रम में रामचरितमानस, भगवतगीता सहित होंगे कई एडवांस कोर्स..