World Food Day: भुखमरी के खिलाफ लड़ाई में पीछे ना छूट जाए कोई! 107वें नंबर पर पहुंचा भारत..
आज विश्व खाद्य दिवस (World Food Day) है। आज ही के दिन संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) के संस्थापना दिवस की स्थापना हुई थी। इसी की वर्षगांठ पर हर साल 16 अक्टूबर को दुनिया भर में विश्व खाद्य दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य वैश्विक भुखमरी से निपटना और उसे पूरी दुनिया से खत्म करना है। ताकि कोई भी इंसान भूखा और कुपोषित न रहे। हर साल कुपोषण के कारण लाखों-करोड़ों लोग अपनी जान गवा देते हैं, ऐसे में विश्व खाद्य दिवस (World Food Day) के मौके पर लोगों को जागरूक करना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र के दुनिया भर के 150 सदस्य देश मिलकर विश्व खाद्य दिवस मानते हैं। इस दिन जगह-जगह लोगों को जागरूक करने के लक्ष्य से कई तरह के प्रोग्राम मनाए जाते हैं। ताकि दुनिया से भुखमरी को खत्म किया जा सके। दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जिनके पास खाने को दो वक्त की रोटी तक नसीब नहीं होती। वे सही भोजन न मिलने के कारण कई तरह से कुपोषण का शिकार हो रहे हैं। इस दिन की शुरुआत सबसे पहले 1945 में रोम में ‘खाद्य एवं कृषि संगठन’ (Food and Agriculture Organization, FAO) द्वारा स्थापना की गई थी। इस दिन को मनाने के लिए हर साल एक नई थीम चुनी जाती है। इस साल की थीम Leave No One Behind यानी किसी को पीछे न छोड़ें है।
यह भी पढ़ेंः उत्तराखंड में 563 पदों पर निकली भर्ती, ऐसे करें आवेदन। पढ़ें युवाओं को मिली एक और बड़ी सौगात..
छह पॉइंट गिरकर 107वें नंबर पर पहुंचा
ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत की रैंकिंग में लगातार दूसरे साल गिरावट दर्ज की गई है। 2022 की लिस्ट में हमें 107वीं रैंक मिली है। पिछले साल भारत 101 नंबर पर था। इस लिस्ट में कुल 121 देश शामिल हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल हमसे बेहतर स्थिति में हैं। पाकिस्तान की रैंकिंग 99, बांग्लादेश की 84, नेपाल की 81 और श्रीलंका की 64 है। सिर्फ अफगानिस्तान ही 109वीं रैंक के साथ भारत से पीछे है। बीते दो सालों में भारत की पोजिशन में 13 अंकों की गिरावट आई है। 2019 में हम 94वीं रैंक पर थे। इस सूची में 17 देश एकसाथ टॉप पर आए हैं। इनमें चीन, तुर्की और कुवैत शामिल हैं। इनका ग्लोबल हंगर इंडेक्स स्कोर 5 से कम है। इस रिपोर्ट को लेकर भारत सरकार ने कहा है कि गलत जानकारी देना ग्लोबल हंगर इंडेक्स का हॉलमार्क लगता है। सरकार की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि भारत की छवि खराब करने के लिए की गई कोशिश साफ देखी जा सकती है। भारत को ऐसे देश के रूप में दिखाया जा रहा है जो अपनी आबादी के लिए फूड सिक्योरिटी और पोषण की जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहा है। यह इंडेक्स भुखमरी को गलत तरीके से मापता है। इसमें जो मेथड इस्तेमाल किया जाता है वह भी गंभीर रूप से गलत है। इस इंडेक्स के चार में से तीन इंडिकेटर बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़े हैं और पूरी आबादी का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।
यह भी पढ़ेंः चारधाम यात्रा ने तोड़े रिकॉर्ड, लिम्का बुक रिकॉर्ड में दर्ज होगी यात्रा..
ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2022 की रिपोर्ट
ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2022 में चीन, बेलारूस, तुर्किये, चिली, क्रोएशिया, एस्टोनिया, हंगरी और कुवैत समेत 17 देशों को सबसे आगे रखा गया है। इन देशों का स्कोर 5 से कम है और 1-17 के बीच इन्हें कोई रैंक नहीं दी गई। वहीं, 121 देशों की सूची में सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, मेडागास्कर, कॉन्गो, चैड और यमन (121वां स्थान) सबसे पीछे हैं।
ग्लोबल हंगर इंडेक्स क्या होता है?
ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) किसी भी देश में भुखमरी की स्थिति बताता है। इस लिस्ट को हर साल कंसर्न वर्ल्डवाइड और वर्ल्ड हंगर हेल्प (जर्मनी में Welthungerhilfe) नामक यूरोपीयन NGO तैयार करते हैं। दुनियाभर के अलग-अलग देशों में 4 पैमानों का आंकलन कर इंडेक्स को तैयार किया जाता है।
करोड़ों लोग हैं कुपोषण के शिकार
वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (WFP) के अनुसार कोविड-19 महामारी से पहले 2019 में दुनिया में 13.5 करोड़ लोग भीषण खाद्य संकट से जूझ रहे थे। इस साल की शुरुआत में इनकी संख्या 28.2 करोड़ हो गई, और आज 82 देशों में 34.5 करोड़ लोग भीषण खाद्य संकट का सामना कर रहे हैं। खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) के अनुसार 2021 में पांच लाख लोगों की तो भूख से मौत हो गई। WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार, हर साल 10 में से एक व्यक्ति दूषित भोजन के कारण बीमार हो जाता है। हर साल 4.20 लोगों की मौत का कारण दूषित भोजन है। बड़ों से ज्यादा बच्चों में यह संकट देखने को मिलता है। इससे हर साल 1.25 लाख बच्चों की जान चली जाती है
यह भी पढ़ेंः उत्तराखंड को बम से दहला देने की धमकी। आतंकी संगठन के नाम से भेजा गया है लेटर..
ध्यान रखें ये बातें
1- खाने में प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और मिनरल्स संतुलित मात्रा में लें।
2- प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए आयरन वाले फूड खाने जरुरी हैं। जिनमें खास कर आयरन, फोलिक एसिड, कैल्शियम, आयोडीन और विटामिन ए हो। उन्हें गुड़ के साथ दूध पीना चाहिए, हरी सब्जियां और फल खाने चाहिए।
3- अपने खाने में मिलेट शामिल करें। इसे चमत्कारी अनाज भी कहा जाता है। इसमें काफी ज्यादा न्यूट्रिशन होता है।
4- अपनी डाइट में नियमित तौर पर हरी सब्जियां और फल जरूर शामिल करें। ये शरीर के विकास के लिए बेहद जरूरी है।
5- दाल में काफी प्रोटीन पाया जाता है। अपने भोजन में दाल का सेवन अवश्य करें। ये आपको बीमारी से बचाने में मदद करते हैं।
6- ड्राई फ्रूट्स को भी अपने खाने में शामिल करें। ये आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं और कई बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।
7- डाइट में दूध, दही, पनीर, घी, छाछ का जरूर शामिल करें। इससे आपके शरीर में कैल्शियम, विटामिन-D और भी कई पोषक तत्वों की कमी नहीं होगी।
8- अंडे में प्राकृतिक रूप से विटामिन डी और प्रोटीन पाया जाता है। यह शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
यह भी पढ़ेंः विधानसभा भर्ती घोटाला: सरकार को हाई कोर्ट का झटका, कर्मचारियों को हटाने के निर्णय पर लगाई रोक..