चारधाम यात्रा में 2 श्रद्धलुओं की मौत, अब तक 48 की जा चुकी जान। यह बन रही मौत वजह..
उत्तराखंड: 3 मई 2022 से शुरू हुई उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए पहुंचे तीर्थयात्रियों में अब तक 48 यात्रियों की मृत्य हो चुकी है। चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हाइपोथर्मिया (ठंड लगना) और ऑक्सीजन की कमी के कारण स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें आ रही है। अब तक यात्रा के दौरान 48 तीर्थ यात्रियों की मौत हो चुकी है जिसमें 46 की जान हार्ट अटैक और दो की पहाड़ी से गिरने से गई।
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गुरुवार को केदारनाथ यात्रा पर आए एक यात्री की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है। गुरुवार को कर्नाटक के जिला मंध्या निवासी नागारत्ना (57) बाबा केदार के दर्शनों को पहुंचे थे, लेकिन सांस लेने में दिक्कत और सीने में दर्द के कारण तबियत बिगड़ गई। साथ के लोगों द्वारा उन्हें अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद से अभी तक यात्रा में 21 यात्रियों की मौत हो चुकी है।
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वहीं यमुनोत्री धाम में भी गुरुवार को एक तीर्थयात्री की हार्टअटैक से मौत हो गई। यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर महाराष्ट्र निवासी अरविंद उमाले (48) की जानकी चट्टी में अचानक तबीयत खराब हो गई, जिन्हें परिजन पीएचसी में ले गए। जहां डाक्टरों ने अरविंद को मृत घोषित कर दिया। यमुनोत्री धाम में यात्रियों की मौत का आंकड़ा 16 हो गया है, जिसमें दो यात्रियों की मौत चोटिल होने से हुई है। वहीं गंगोत्री धाम यात्रा पर आए चार तीर्थयात्रियों की हार्टअटैक से मौत हुई है।
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स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. शैलजा भट्ट ने बताया कि ये लोग पहले से ही किसी अन्य बीमारी या लंबे समय से कोविड संक्रमण से प्रभावित थे। स्वास्थ्य सचिव राधिका झा ने संबंधित जिलों को निर्देश दिए कि स्वास्थ्य सुविधाओं को अधिक प्रभावी बनाने के साथ रिस्पांस टाइम को और कम किया जाए। उन्होंने सीएमओ रुद्रप्रयाग को निर्देश दिए कि केदारनाथ यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक बेहतर बनाया जाए। साथ ही लापरवाही बरतने वालेे डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टॉफ के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा है।