Hillvani

सम्मान: पूर्व सैनिकों से विजयपाल सजवाण ने की स्नेह भेंट, अतुलनीय योगदान का किया अभिनंदन..

उत्तरकाशी: जिला मुख्यालय के नगरपालिका सभागार में कांग्रेस सैनिक प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित बैठक में पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने विधानसभा के विभिन्न गांवों से सेवानिवृत हुए जवानों को शॉल भेंट कर सम्मानित किया। देश के प्रहरियों को समर्पित “धन्यवाद जवान मुहिम” के अंतर्गत कांग्रेस पूर्व सैनिक संगठन सेवानिवृत हुए जवानों को लगातार देश सेवा में उनके अतुलनीय योगदान के लिए सम्मानित करता आया है। इस दौरान पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने सेवानिवृत हुए जवानों को सेल्यूट कर विषम परिस्थितियों में देश सेवा कर हमारा मान बढ़ाने के लिए धन्यवाद किया।

Read Also- उत्तराखंड: सुबह सुबह डोली धरती, कई जनपदों में भूकंप के झटके किए गए महसूस..

पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने कहा कि सीमा पर हमारे जवानों द्वारा विषम परिस्थितियों में दी जा रही सेवाओं के कारण ही हम सब चैन की नींद सो पा रहे है।
यहां उपस्थित पूर्व सैनिकों द्वारा “जय बद्री विशाल” के उद्घोष के साथ देश सेवा के बाद विधानसभा चुनाव के लिए पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण की कार्यशैली के कारण उनका सहयोग और समर्थन करने का उदघोष किया गया। इस अवसर पर सेवानिवृत हुए जवानों में हवलदार महावीर प्रसाद गैरोला ITBP,  हवलदार कमलेश शाह जी 20 गढ़वाल, हवलदार नवीन नौटियाल 20 गढ़वाल, नायक अर्जुन राणा 2 गढ़वाल, नायक बलबीर सिंह गढ़वाल स्काउट, नायक मुकेश सिंह 22 गढ़वाल ने पूर्व विधायक सजवाण जी की कार्यशैली पर विश्वास व्यक्त कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।

Read Also- रोष: डायट डीएलएड संघ ने किया ऐलान, सोमवार से धरना होगा ओर उग्र..

इस मौके पर पूर्व सैनिकों के सहयोग और समर्थन के लिए पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने समस्त पूर्व सैनिकों का हार्दिक आभार प्रकट किया। ओर देश सेवा में अभूतपूर्व योगदान देने के लिए सभी पूर्व सैनिकों का हार्दिक धन्यवाद किया। कार्यक्रम का राष्ट्रगान व जय बद्री विशाल के उद्घोष के साथ समापन हुआ। इस अवसर पर पालिकाध्यक्ष रमेश सेमवाल, भूतपूर्व सैनिक संगठन के जिला अध्यक्ष विजेंद्र गुसाईं, पूर्व सैनिक और ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष कमल सिंह रावत, पूर्व सैनिक तेजमल शाह, जसवंत रावत, प्रबल राणा, चिंतामणी रावत, रविन्द्र पंवार, आशुतोष बिष्ट, सुरेश रावत, जगदीश पश्चिमी, गौरव थापा सहित अनेक गण माननीय मौजूद रहे।

Read Also- पहाड़ का हरा सोना: बांज सबसे उपयोगी वृक्ष क्यों है? खत्म हो रहे बांज के जंगल ..

Read Also- बोलीभाषा: 13 लोकभाषाओं का प्रदेश है उत्तराखंड,  जानें अपनी बोलीभाषा के बारे में..

Read Also- साहस: इस शख्स ने 90 साल पहले तोड़ा था घाटी का गुरूर, आज है तोताघाटी नाम से मशहूर..

Read Also- पहाड़ी फल: औषधीय गुणों से भरपूर है घिंगारू, जानें इसके औषधीय उपयोग..

Rate this post
Exit mobile version