शादी में वर वधू को समळौ॑ण पौध किया भेंट, पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन का दिया संदेश…
देहरादून के गढ़ी कैंट में स्वर्गीय जगतराम चमोला की पुत्री की शादी में वर वधू सतीश एवं दीक्षा को समलौण आन्दोलन के राज्य संयोजक मातबर सिंह बर्त्वाल ने अमरूद का समलौण पौधा भेंट कर शादी को यादगार बनाने के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन का संदेश दिया। उन्होने कहा कि आज लगातार पर्यावरण बिगड़ता जा रहा है जिससे कई प्रकार के परिवर्तनों के साथ-साथ बीमारियां उत्पन्न हो रही है, यह सब मानव के अंदर पर्यावरण के प्रति जागरूकता की कमी है, क्योंकि मनुष्य इस भौतिकवादी युग में आरामदायक जीवन व्यतीत करने में व्यस्त है। दूसरा जहां सरकार और मानव के द्वारा जंगलों का अवैध कटान कर सड़कों का जाल, जल विद्युत परियोजनाएं बड़े-बड़े भवन आदि अनेक कार्य हो रहे हैं जिसके कारण पर्यावरण असंतुलित होता जा रहा है और वायुमंडल में ऑक्सीजन की मात्रा में कमी हो रही है। जिसे हम ग्लोबल वार्मिंग जलवायु परिवर्तन आदि अनेक समस्याओं के रूप में महसूस कर रहे हैं, इन सब से बचने के लिए हमें अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर उनका संरक्षण करना चाहिए तभी हमारा पर्यावरण मजबूत होगा।
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समलौण पहल अपने आप में एक भावनात्मक आंदोलन है जिसके तहत मानव और प्रकृति के बीच संबंध को बनाये रखने के लिए जीवन की हर संस्कारों को यादगार बनाने के लिए जिस पौध का रोपण किया जाता है, उसे समलौण पौध के नाम से जाना जाता है। मातबर सिंह बर्त्वाल ने क्षेत्र वासियों से हर संस्कारों को यादगार बनाने के लिए पौधारोपण करने की अपील की। उक्त अवसर पर दुल्हन के भाई गणपति चमोला, जनार्दन प्रसाद चमोला, सदानंद मुंडेफी, कर्नल प्रत्युल थपलियाल, कमांडिंग 127 टी ऐ सूबेदार नन्दन सिंह नेगी, हवलदार रघुबीर, कैलाश जोशी, राजेश थापा, धर्मपाल, विनोद राय सिंह, विवेक, प्रधान मातबर सिंह एवं समस्त गढ़वाल गिरीनर्श के जांबाज और घराती एवं बाराती आदि उपस्थित थे।
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